नई दिल्ली:– गरुड़ पुराण हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण पुराण है. यह वेदों के बाद हिन्दू धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है. इसमें आध्यात्मिक,धार्मिक,और दार्शनिक ज्ञान दर्शाया गया है.
गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु और उनके भक्त गरुड़ की वार्तालाप,उपदेश,और धर्मिक ज्ञान संकलित है. इसमें जीवन का रहस्य छिपा हुआ है. गरुड़ पुराण का पाठ किसी की मृत्यु के बाद किया जाता है.
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, गरुड़ पुराण के द्वारा ही आत्मा को इस संसार से मुक्ति मिलती है और वह निर्धारित स्थान की ओर प्रस्थान करती है. इसके देव स्वयं विष्णु माने जाते हैं. गरुड़ पुराण में कुछ चीजों को महापाप माना गया है.
गरुड़ पुराण में ब्राह्मण या पुजारी को मारना, किसी को नशे की हालत में छोड़कर चले जाना, भ्रूण हत्या करना बहुत बड़ा पाप माना गया है. अगर कोई इंसान ऐसा करता है, तो उसे निश्चित तौर पर नरक में जाना पड़ता है.
महिला को प्रताड़ित करना, किसी के विश्वास को धोखा देना और किसी की हत्या करने के लिए हथियार के रूप में जहर के इस्तेमाल गरुड़ पुराण में घोर पाप माना गया है.
गुरुड़ पुराण के अनुसार अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को मानसिक या शारीरिक तौर पर हानि पहुंचाने वाले लोगों को जीवन में कभी सुख नहीं मिलता. उनके पद-प्रतिष्ठा पर दाग लग जाता है.
गुरुड़ पुराण में कहा गया है कि जो लोग असहायों और ज़रूरतमंदों की मदद नहीं करते हैं और कमजोर लोगों को सताते हैं, वो सीधे नरक में जाते हैं.