यूपी:- लोकसभा चुनाव 2024 में 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी का नतीजों के बाद बुरा हाल हुआ. इस बार के चुनाव में उसे पूर्ण बहुमत भी नहीं मिला. उत्तर प्रदेश के साथ-साथ कई और राज्यों में भी पार्टी को कई सीटों का नुकसान हुआ जिसकी वजह से बीजेपी बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाई. वहीं, सूत्रों के हवाले से पता चला है कि आरएसएस की समन्वय बैठक अगले महीने होने वाली है, जिसको लेकर कायास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में बीजेपी की हार को लेकर मंथन हो सकता है.
ये बैठक केरल के पलक्कड़ में 31 जुलाई से लेकर 2 अगस्त तक होगी. चुनाव के बाद संघ की ये महत्वपूर्ण बैठक है जिसमें बीजेपी सहित संघ के सभी संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. पिछली बार ये बैठक सितंबर 2023 में हुई थी. पलक्कड़ को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि बीजेपी ने पहली बार राज्य में अपना खाता खोला है और पार्टी ने चुनाव से पहले दक्षिण में अपनी स्थिति बेहतर करने के प्रयास में काफी जोर दिया था.
केरल में मीटिंग होने क्या मतलब?
केरल में आरएसएस की सबसे ज्यादा शाखाएं स्थानीय इकाइयां हैं और बीजेपी ने पहली बार राज्य में लोकसभा सीट जीती है. त्रिशूर, जहां अभिनेता-राजनेता सुरेश गोपी 74,000 से ज्यादा वोटों के अंतर से विजयी हुए. समन्वय बैठक को राज्य में संदेश भेजने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, जहां आरएसएस कार्यकर्ता अक्सर हिंसा का शिकार होते रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि इससे दक्षिण में बीजेपी को मजबूत करने में भी मदद मिलेगी, जहां वह 2019 के लोकसभा चुनावों में 29 सीटों से अपनी संख्या बढ़ाने में विफल रही थी और इस बार भी उसकी संख्या वही रही. हालांकि, बीजेपी कर्नाटक में खोई सीटों की भरपाई के लिए तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और केरल में बढ़त हासिल की, जिससे इसका विस्तार हुआ.