नई दिल्ली: बताया जा रहा है कि त्रिशूर जिले के कोडकारा पुलिस स्टेशन में एक व्यक्ति ने यह दावा करते हुए सरेंडर किया है कि उसने ही कन्वेंशन सेंटर में बम लगाया था. आरोपी से पूछताछ की जा रही है. हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसबात की पुष्टि नहीं की है कि उसका ब्लास्ट से कोई कनेक्शन है या नहीं. दूसरी तरफ पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया गया है. सूबे के सभी 14 जिलों के पुलिस कप्तानों को अपने इलाकों में सख्त सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश जारी किए गए हैं. केरल पुलिस सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर बनाए हुए हैं. पुलिस का कहना है कि गलत सूचना फैलाने वालों, सांप्रदायिक और संवेदनशील पोस्ट डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
केरल के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने बताया कि सभी पुलिसकर्मियों को एक अलर्ट मैसेज भेजा गया है. सभी 14 जिलों के पुलिस प्रमुखों को रेलवे स्टेशनों और बस स्टेशनों के आसपास सावधान रहने के लिए कहा गया है. आईजी और कमिश्नर को मंगलौर सीमा पर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. इन धमाकों को किसने किया और कैसे हुआ, इसकी जानकारी फिलहाल हमारे पास नहीं है. वहीं, पुलिस की टीम पिछले तीन दिनों के सीसीटीवी फुटेज ले लिए हैं. इसकी गहनता से जांच की जाएगी. जिस कन्वेंशन सेंटर में धमाके हुए हैं, वहां तीन दिवसीय धार्मिक सम्मेलन हो रहा था. आज यहोवा के साक्षियों की प्रार्थना के दौरान ब्लास्ट हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 40 लोग घायल बताए जा रहे हैं. एनआईए और केरल पुलिस इन धमाकों की जांच कर रही है. एनएसजी की टीम भी पहुंच रही है.
एर्नाकुलम में कलामसेरी स्थित कन्वेंशन सेंटर में हुए इन धमाकों के कुछ घंटों के अंदर ही एनआईए की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई. दिल्ली से एनएसजी की एक स्पेशल टीम भी देर शाम तक वहां पहुंच जाएगी. इस टीम में एनएसजी के आठ अफसर मौजूद हैं. केरल पुलिस केंद्रिय जांच एजेंसियों की मदद के लिए तत्पर है. घटनास्थल पर पुलिस के आलाधिकारी मौजूद हैं. डीजीपी डॉ. शेख दरवेश साहब भी पहुंचने वाले हैं. शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाकों के लिए ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ यानी आईईडी का इस्तेमाल हुआ है. तीनों एक्सप्लोसिव को टिफिन बॉक्स में छुपाया गया था, ताकि किसी को पता न चल सके.