दुर्ग :- दुर्ग नगर निगम में हुए चुनाव में बीजेपी की अलका बाघमार ने मेयर की कुर्सी पर कब्जा कर लिया है. अलका बाघमार ने 68 हजार वोट से चुनाव जीता है. दुर्ग नगर निगम के 60 वार्ड में बीजेपी के 40, कांग्रेस के 12 और 8 निर्दलीय पार्षद जीते हैं.
दुर्ग नगर निगम का पहला परिणाम : दुर्ग नगर निगम का पहले परिणाम में निर्दलीय पार्षद जीती थी. जहां वार्ड नंबर 29 से निर्दलीय प्रत्याशी बबीता गुड्डू यादव ने 605 वोट से जीत दर्ज की है. वहीं बीजेपी प्रत्याशी दूसरे और कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहीं. वार्ड 14 से बीजेपी प्रत्याशी ललिता ठाकुर ने जीत दर्ज की. 3 वार्ड में भाजपा प्रत्याशी की जीत जबकि 4 वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशी की जीत हुई है.
नगर पंचायत उतई में बीजेपी सरकार : दुर्ग जिले के नगर पंचायत उतई में बीजेपी की सरकार बनी है. अध्यक्ष पद में बीजेपी के सरस्वती नरेंद्र साहू ने जीत दर्ज की है.
वार्ड 1 में कांग्रेस से रमशिला धनंजय नेताम
वार्ड 2 से भाजपा के सोनू राजपूत
वार्ड 3 से कांग्रेस के राकेश साहू
वार्ड 4 से भाजपा के लक्ष्मी नारायण साहू
वार्ड 5 से भाजपा के सतीश चंद्राकर
वार्ड 6 से भाजपा के लता सोनवानी
वार्ड 7 से भाजपा के भीमसेन सिन्हा
वार्ड 8 से जौहर पार्टी के विजय लक्ष्मी साहू
वार्ड 9 से द्वारिका साहू
वार्ड 10 से भाजपा के खूबी राम साहू
वार्ड11से भाजपा के शिवनारायण देशमुख
वार्ड 12 से भाजपा के अनीता नीलम गढ़े
वार्ड 13 से जौहर पार्टी के शिव ठाकुर
वार्ड 14 से भाजपा के संगीत रजक
वार्ड15 से भाजपा के सुनीता गौतम चंद्राकर की जीत
नगर निगम भिलाई चरोदा उपचुनाव में वार्ड नं 32 देवबलौदा बस्ती के विजयी प्रत्याशी शिवकुमारी ललित यादव बीजेपी को निर्वाचन
पत्र प्रदान किया गया.
कुम्हारी नगर पालिका से बीजेपी प्रत्याशी मीना वर्मा 4 हजार वोटों से जीत गई हैं.कुम्हारी नगर पालिका क्षेत्र में कांग्रेस के 11, बीजेपी 11 और 2 निर्दलीय पार्षद जीते हैं.
नगर पंचायत में बीजेपी का कब्जा : नगर पंचायत अमलेश्वर में पहली बार बीजेपी का कब्जा हुआ है.बीजेपी प्रत्याशी दयानंद सोनकर 319 मतों से जीते हैं
पत्रकारों ने चुनावी कव्हरेज का किया विरोध : दुर्ग नगर निगम चुनाव के दौरान एक अप्रत्याशित घटना सामने आई है, जहां मीडिया कर्मियों ने चुनावी कवरेज का बहिष्कार करते हुए जोरदार नारेबाजी की.इस विरोध का मुख्य कारण मीडिया सेंटर में आवश्यक चुनावी अपडेट्स की अनुपलब्धता बताई जा रही है, जिससे पत्रकारों को समय पर सटीक जानकारी प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है. मीडिया कर्मियों का आरोप है कि चुनाव आयोग द्वारा स्थापित मीडिया सेंटर में पर्याप्त सुविधाओं और सूचनाओं का अभाव है. इससे ना केवल उनकी कार्यक्षमता प्रभावित हो रही है, बल्कि जनता तक सही समय पर जानकारी पहुंचाने में भी बाधा उत्पन्न हो रही है.स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, पत्रकारों ने सामूहिक रूप से बहिष्कार का निर्णय लिया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की.