नई दिल्ली:- दिसंबर के महीने में कई शादी के शुभ मुहूर्त बाकी हैं, हर दिन शादियां हो रही हैं. साथ ही घरों पर शुभ और मांगलिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं, लेकिन दिसंबर की 15 तारीख से साल का दूसरा खरमास लगने जा रहा है, जिसके चलते एक महीने तक कोई भी शुभ कार्य नहीं होंगे. ये खरमास 15 दिसंबर से शुरू होकर 14 जनवरी मकर संक्रांति तक चलेगा. इस दौरान शादी विवाह से लेकर सभी तरह के शुभ व मांगलिक कार्यों पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी.
विवाह के शुभ मुहूर्त
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं, “दिसंबर महीने में शादी के अभी कई शुभ मुहूर्त हैं. अभी भी हर दिन लोग शादी के मुहूर्त बनवाने आ रहे हैं. दिसंबर महीने में शादी के जो मुहूर्त चल रहे हैं, उसमें 3 दिसंबर, 4 दिसंबर, 5 दिसंबर, 9 दिसंबर, 10 दिसंबर, 11 दिसंबर, 14 दिसंबर तक शादियों का शुभ मुहूर्त रहेगा. इसके बाद 16 दिसंबर से खरमास लग जाएगा, जो 15 जनवरी तक रहेगा. यानी एक महीने तक कोई भी शुभ कार्य नहीं होंगे.
क्यों लगता है खरमास?
खरमाश की शुरुआत तब होती है, जब सूर्य देव गुरु की राशि धुन और मीन में प्रवेश करते हैं, तब से खरमास लग जाता है. इस दौरान सूर्यदेव की उपासना करना बेहद लाभदायक होता है. खरमास धार्मिक दृष्टी से बेहद खास समय होता है. इस दौरान शादी विवाह, जैसे मांगिलक कार्यों में पूरी तरह से रोक लग जाती है. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार सूर्य देव के घोड़े थक गए थे, तो उन्होंने अपने रथ में दो और खर जोड़ लिए थे, जिससे यात्रा बराबर जारी रहे लेकिन घोड़ों की गति धीमी हो गई. जिस कारण सूर्य देव को धीमा चलना पड़ा. इसलिए इसे खरमास कहा जाता है.
हर तरह के शुभ कार्य रहेंगे बंद
ज्योतिष आचार्य बताते हैं, “अभी वर्तमान में उतरती विवाह के मुहूर्त हैं और अभी काफी लोग मुहूर्त बनवा रहे हैं, लेकिन जैसे ही खरमास लगेगा सभी तरह के शुभ कार्य मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे. पूरे 30 दिनों तक शादी, व्रतबन्ध, मुंडन, भूमि पूजन, गृह पूजन जैसे सभी तरह के शुभ मांगलिक कार्य बंद रहेंगे.