नई दिल्ली:– मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। यही वजह है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर लगातार दूसरे दिन अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और सुरक्षा बलों व राज्य एजेंसियों को शांति बनाए रखने के निर्देश दिए।
गृह मंत्री शाह ने राज्य में सुरक्षा के लिए केंद्रीय पुलिस बलों की 50 एडिशनल कंपनियां भेजी हैं। सूत्रों के हवाले से बताया कि रविवार के बाद गृह मंत्री ने सोमवार को हुई लंबी बैठक में वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के साथ स्थिति की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। उन्होंने केंद्रीय सिक्योरिटी फोर्सेज और राज्य पुलिस से राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने और शांति बहाल करने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
इस बीच, केंद्र सरकार भी मणिपुर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय पुलिस बलों की तैनाती बढ़ा रही है और वहां केंद्रीय पुलिस बलों की 50 अतिरिक्त कंपनियां भेजी जा रही हैं। इससे पहले भी केंद्र ने वहां 20 कंपनियां तैनात की थीं। लेकिन शनिवार को भड़की ताजा हिंसा के बाद इसमें इजाफा किया जा रहा है।
मणिपुर में हाल ही में हुई हिंसा की घटनाओं के कारण बढ़ते तनाव को देखते हुए शाह ने रविवार को महाराष्ट्र में अपना चुनाव प्रचार कार्यक्रम अधूरा छोड़ दिया और नॉर्थ ब्लॉक में सीनियर डिफेंस ऑफिसर्स के साथ आपात बैठक में मणिपुर की हालातों की समीक्षा की।
गौरतलब है कि मणिपुर में हाल ही में हुई हिंसा की घटनाओं के बाद कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और कुछ अन्य इलाकों में इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं। हिंसा की घटनाओं के बाद गुस्साई भीड़ ने कुछ विधायकों और मंत्रियों के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी भी की है, जिसके कारण राज्य के कुछ हिस्सों में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।