लेकिन ट्रस्ट की प्रमुख आध्यात्मिक गुरु मां अमृतानंमयी की जिस तरह से सेवा भावना वाली छवि है, उसे देखते हुए इस अस्पताल का लाभ आर्थिक रूप से कमजोर जरूरतमंदों को बेहद रियायती दर पर देने की बात भी अस्पताल से जुड़े अधिकारियों द्वारा की जा रही है। इसका स्वरूप क्या होगा, यह आने वाले समय में पता चलेगा। यह एशिया का सबसे बड़ा निजी अस्पताल है।
इसमें सभी प्रमुख चिकित्सकीय सुविधाएं होंगी, जिसमें आर्कियोलाजी, कार्डियक साइंस, न्यूरो साइंस, गेस्ट्रो साइंस, रिनल, ट्रामा ट्रांसप्लांट, मदर एंड चाइल्ड केयर सहित 81 तरह की विशेष चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
24 अगस्त को प्रधानमंत्री के उद्घाटन के बाद अगले दिन इस अस्पताल में 550 बिस्तरों से इसकी शुरुआत हो जाएगी।
अस्पताल के रेजीडेंट मेडिकल निदेशक डा.संजीव के सिंह के अनुसार अम्मा यानी माता अमृतानंदमयी के आशीर्वाद से दो साल बाद अस्पताल में बेड की संख्या बढ़कर 750 और पांच साल में एक हजार बेड की हो जाएगी। इसमें 534 क्रिटिकल केयर बेड भी शामिल होंगे। फिर चरण दर चरण इसमें विस्तार करते हुए 2600 बेड का अस्पताल जनता को समर्पित होगा।
अस्पताल प्रबंधकों के दावे पर यकीन करें, तो यह देश की नहीं बल्कि पूरे एशिया में सबसे बड़ा और आधुनिक अस्पताल होगा। इस अस्पताल के शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा, जिन्हें जरूरत पड़ने पर आधुनिक उपचार संबंधी सुविधाएं मिलेंगी।
मेडिकल निदेशक संजीव सिंह के अनुसार ट्रस्ट की ओर से पहले से ही 11 बड़े अस्पताल संचालित हैं और इनमें कोच्चि में सबसे बड़ा 1350 बेड का अस्पताल है। अब यह 2600 बेड का अस्पताल होगा।
जरूरतमंदों को रियायती दर पर उपचार के बारे में मेडिकल निदेशक ने कहा कि देश भर में विभिन्न अस्पतालों में जरूरतमंदों व निर्धन वर्ग को निश्शुल्क चिकत्सीय सुविधाएं दी जाती हैं, पर उससे पहले इसकी जांच की जाती है कि संबंधित की पृष्ठभूमि क्या है और क्या वास्तव में उसको जरूरत है। अस्पताल का आंतरिक आडिट भी होता है, जिसमें डाक्टर क्या दवा लिखते हैं, इस पर भी नजर रखी जाती है।
अस्पताल परिसर चूंकि 133 एकड़ क्षेत्र में निर्मित है और इसमें सैकड़ों डाक्टर कार्यरत होंगे, साथ ही दस हजार का पैरा मेडिकल स्टाफ होगा, तो इसे देखते हुए रोजगार के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष अवसर सृजित होंगे।
अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार बड़ी संख्या में नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा अस्पताल से जुड़ कर अप्रत्यक्ष रूप से अन्य कार्य निकलेंगे। अस्पताल में होगा 498 कमरों वाला गेस्ट हाउस: अमृता अस्पताल के परिसर में हेलीपैड होगा और 498 कमरों वाला गेस्ट हाउस भी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद समारोह को भी संबोधित करेंगे। समारोह में ठीक-ठाक संख्या में लोग उपस्थित रहें, इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले दिनों जब अस्पताल का दौरा किया था, तब उससे पहले सूरजकुंड के राजहंस होटल में आयोजित एक बैठक में फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र के भाजपा के सभी विधायकों, निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत व परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा सहित पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों की विशेष ड्यूटी लगाई थी।
प्रधानमंत्री के संबोधन में बल्लभगढ़ के बलिदानी राजा नाहर, भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त संत सूरदास और बाबा फरीद का जिक्र हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का औद्योगिक नगरी से गहरा नाता रहा है। जब उनके पास पार्टी के हरियाणा प्रभारी की कमान होती थी, तब नियमित रूप से उनका फरीदाबाद आगमन होता था। वर्ष 2014 और 2019 के हरियाणा के चुनाव में अपनी चुनावी रैलियों में इसका स्वयं पीएम जिक्र भी कर चुके हैं।
विपक्ष की मांग, पीएम सड़क मार्ग से लें शहर का जायजा प्रधानमंत्री के आगमन से जहां भाजपा कार्यकर्ता उत्साहित हैं और उनको सुनने के लिए समारोह स्थल पर पहुंचने की तैयारी में हैं, वहीं प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ व नीरज गुप्ता ने निशाना साधते हुए कहा कि पीएम हेलीकाप्टर की बजाय अगर सड़क मार्ग से आते तो शहरवासियों को ज्यादा खुशी होती।
अस्पताल के निर्माण के लिए माता अमृतानंदमयी का आभार सुमित गौड़ ने आभार जताया। वहीं कहा कि अगर पीएम सड़क मार्ग के जरिये आते तो उन्हें शहर के वास्तविक विकास का पता चला जाता। मंगलवार को सेक्टर-10 स्थित कांग्रेस भवन में पत्रकार वार्ता में सुमित गौड़ ने कहा कि शहर में सड़कों पर गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़कें है और सिर्फ उन्हीं मार्गों को चमकाया गया है, जहां से वीवीआइपी का आवागमन होगा।