विमान से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है. जल्द ही आप न्यूयॉर्क से लंदन के लिए महज 90 मिनट में उड़ान भर सकेंगे वो भी एक उच्च तकनीकी से लैस सुपरसोनिक विमान में बैठकर. जानकारी के मुताबिक 4000 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से यह सुपरसोनिक विमान हजारों किलोमीटर का सफर कुछ ही मिनटों में तय करेगा. इस विमान की स्पीड ध्वनि की स्पीड से तीन गुना ज्यादा है. इस विमान में 170 यात्रियों के लिए बैठने की जगह है.
NASA इस एयरक्राफ्ट पर तेजी से काम कर रही है. इसे X-59 नाम दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नासा जल्द ही इसे अंतिम रूप देने पर काम कर रही है. अगस्त 2023 में एक ब्लॉग पोस्ट में अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने जिक्र किया था कि इसने सुपरसोनिक पैसेंजर एयर ट्रैवल बिजनेस केस के बारे में स्टडी की है. जिसमें एयरक्राफ्ट को थ्योरिटिकली 2 मार्च और 4 मार्च के बीच समुद्र के लेवल पर 1535 से 3045 मील प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ाने की बात कही गई.ध्वनि से तेज होगी गतिदरअसल, हर्मियस की गुफाओं वाली अटलांटा फैक्ट्री में एक ऐसा जेट इंतजार कर र है, जिसकी स्पीड ध्वनि की गति से भी पांच गुना ज्यादा होगी.
हालांकि, इसकी कल्पना करना भी मुश्किल है कि आखिर कोई चीज ध्वनि की गति से तेज कैसे हो सकती है, लेकिन ऐसा होने जा रहा है. दरअसल, क्वार्टर हॉर्स नाम के ड्रोन का एक प्रोटोटाइप है. इसे सितंबर में शुरू होने वाले ग्राउंड-टेस्टिंग के लिए निर्धारित किया गया है.Ads by निर्माता कंपनी हर्मियस (Hermius) के सीईओ ए जे पिप्लिका और उनके सह-संस्थापकों का मानना है कि इस विमान का निर्माण एक साहसिक लक्ष्य की ओर लंबी यात्रा की ओर पहला कदम है, जो हाइपरसोनिक गति से 20 यात्रियों को ले जाने में सक्षम होगा. आम शब्दों में कहें तो, इसकी गति 6,195 किलो प्रति घंटे होगी.सुपरसोनिक विमान उड़ाने में कठिनाईसुपरसोनिक उड़ानें ध्वनि की गति से तेज यात्रा कर सकती हैं. हालांकि, इन सुपर जेट्स को संचालित करने में कई चुनौतियां हैं.
सुरक्षा और खर्चे के अलावा, सुपरसोनिक उड़ान जबरदस्त पर्यावरण प्रदूषण फैलाती हैं. इसके अलावा इन उड़ानों के लिए बहुत अधिक जेट ईंधन की आवश्यकता होती है. साथ ही केबिन के अंदर इंजन बेहद शोर करते हैं.इसके अलावा, सुपरसोनिक उड़ान की सबसे लगातार चुनौती सोनिक बूम की समस्या है. सोनिक बूम एक तेज, विस्फोटक ध्वनि है जो किसी विमान की शॉक वेव द्वारा उत्पन्न होती है जब विमान की रफ्तार ध्वनि से तेज होती है. बड़े सुपरसोनिक विमान जोर से, चौंकाने वाले सोनिक बूम पैदा कर सकते हैं जो सो रहे लोगों को परेशान कर सकते हैं और आस-पास की इमारतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
यही वजह है कि नियमित सुपरसोनिक उड़ान पथ पानी के ऊपर प्रतिबंधित हैं.एलन मस्क भी दौड़ में पीछे नहींइस घटना के बाद अब दुनिया का सबसे तेज उड़ने वाला विमान लॉन्चिंग के लिए तैयार हो रहा है, जिसे सन ऑफ कॉनकार्ड कहा जा रहा है. नासा का कहना है कि यह विमान (X-59 Aircraft) कॉनकार्ड की तुलना में छोटा होगा. यह लगभग 1500 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ान भरेगा. नासा के अलावा बिजनेसमैन एलन मस्क भी दुनिया के सबसे तेज उड़ने वाले विमान पर काम कर रहे हैं.