नई दिल्ली:– सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के विवादित बयान पर सियासी बवाल तेज हो गया है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा को लपेटे में ले लिया है।
ओवैसी ने हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “बीजेपी अब अदालत को भी धमकाने लगी है। ये साफ तौर पर संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ साजिश है।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार अपने एजेंडे को लागू करने के लिए अब न्यायपालिका पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।
धमकी से नहीं डरेगा संविधान – ओवैसी
ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी घेरते हुए कहा, “बीजेपी संविधान को लेकर फ्रॉड कर रही है, देश को डरा रही है और धार्मिक युद्ध की धमकी दे रही है। मोदी जी बताइए, कट्टर कौन हो चुका है? आपके लोग इतने कट्टर हो चुके हैं कि अब कोर्ट को भी धमकियां दी जा रही हैं।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रधानमंत्री ऐसे बयानों को नहीं रोकते हैं, तो देश कमजोर होगा और इतिहास कभी माफ नहीं करेगा। आज सत्ता आपके पास है, लेकिन कल नहीं रहेगी।
क्या बोले थे निशिकांत दुबे?
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड के गोड्डा में एक कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट पर हमला बोलते हुए कहा था, “देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है। कोर्ट अपनी सीमा लांघ रहा है। अगर हर बात पर सुप्रीम कोर्ट जाना है, तो संसद और विधानसभा को बंद कर देना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा, “आज देश में जितने भी गृह युद्ध जैसे हालात बन रहे हैं, उसके लिए सिर्फ CJI संजीव खन्ना जिम्मेदार हैं।”
सियासी गलियारों में हड़कंप
निशिकांत दुबे के इस बयान से सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है। विपक्षी दल इसे न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर सीधा हमला बता रहे हैं। वहीं, ओवैसी के बयान ने इस मुद्दे को और गरमा दिया है।