नई दिल्ली:- 1 फरवरी 2025 से भारत में बैंकिंग सिस्टम में होने वाले बड़े बदलावों के लिए तैयार हो जाइए। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी नए नियमों के तहत SBI, PNB और Canara Bank जैसे प्रमुख बैंकों के खाताधारकों को कुछ नई व्यवस्थाओं का सामना करना पड़ेगा। इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य बैंकिंग सर्विस को ज्यादा सुरक्षित, ट्रांसपेरेंट और ग्राहक-केंद्रित बनाना है।
इन नए नियमों के तहत मुख्य उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना, धन के लेन-देन को लिमिटिड करना और बैंकिंग प्रोसेस को अधिक ट्रांसपेरेंट और सरल बनाना है। जानिए 1 फरवरी से लागू होने वाले ये बदलाव आपके लिए किस प्रकार जरूरी हैं
मिनिमम बैलेंस में बदलाव
अब आपको अपने बचत खाते में अधिक राशि रखनी होगी। 1 फरवरी से SBI खाताधारकों के लिए मिनिमम बैलेंस 3,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दी जाएगी। PNB के लिए यह सीमा 1000 रुपये से बढ़ाकर 3500 हो जाएगी।
केनरा बैंक खाताधारकों के लिए यह सीमा 1000 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये कर दी जाएगी। ध्यान रखें कि यदि आप अपने खाते में यह मिनिमम राशि नहीं रखते हैं तो आपको जुर्माना देना पड़ सकता है।
ATM withdrawal फीस में परिवर्तन
अब ATM से नकदी निकालने का शुल्क भी बढ़ने वाला है। अब प्रति माह केवल 3 निःशुल्क ट्रांजेक्शन की अनुमति होगी, जिसके बाद प्रत्येक अतिरिक्त लेनदेन के लिए 25 रुपये का शुल्क लिया जाएगा ।
यदि आप अपने होम बैंक के अलावा किसी अन्य बैंक के एटीएम से पैसा निकालते हैं तो इसके लिए 30 रुपये का शुल्क लगाया जाएगा। इसके अलावा एक दिन में अधिकतम 50,000 रुपये निकाले जा सकेंगे। यह बदलाव डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है।
Interest Rates में परिवर्तन
बैंक अब आपके निवेश पर बेहतर ब्याज देने के लिए तैयार हैं। अब SBI, PNB और अन्य बैंकों में बचत खातों पर ब्याज दरें 3% से बढ़ाकर 3.5% कर दी गई हैं।
वरिष्ठ नागरिकों को इस पर 0.5% का अतिरिक्त लाभ मिलेगा, जिससे वे अपनी बचत को अधिक लाभदायक बना सकेंगे। इससे ग्राहक इनवेस्टमेंट की ओर आकर्षित होंगे और अधिक बचत को प्रोत्साहन मिलेगा।
Digital Banking सर्विस का विस्तार
अब बैंकिंग की दुनिया और अधिक डिजिटल होने जा रही है। ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग सुविधाओं में भी सुधार किया गया है। बैंकिंग सेवाओं में नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं, जिससे ग्राहक अब अधिक सुरक्षित और तीव्र लेनदेन कर सकेंगे। डिजिटल रूप से भुगतान करने से अतिरिक्त कैशबैक और लाभ भी मिल सकते हैं, जो ग्राहकों को डिजिटल बैंकिंग अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
1 फरवरी से लागू होने वाले इन नए नियमों के तहत ग्राहकों को अपनी बैंकिंग आदतों में बदलाव करना होगा। यदि आप अपने खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं या एटीएम से बार-बार पैसे निकालते हैं, तो आपको अतिरिक्त शुल्क का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, ग्राहकों को बैंकों द्वारा दी जाने वाली बेहतर ब्याज दरों और डिजिटल बैंकिंग सुविधाओं का लाभ मिलेगा और वे उनकी बैंकिंग सेवाओं का अधिकतम लाभ उठा सकेंगे।