मध्यप्रदेश:- सरकारी कर्मचारियों की इस बार की दिवाली धमाकेदार होने जा रही है. दरअसल, मोहन यादव सरकार ने अतिथि शिक्षकों की 3 महीने की सैलरी एकसाथ देने के निर्देश जारी कर दिए हैं. इसके लिए सरकार विभाग द्वारा 211 करोड़ के बजट का आवंटन भी कर दिया गया है. ऐसे में अतिथि शिक्षकों की जेबें दिवाली से पहले भरने वाली हैं. गौरतलब है कि अतिथि शिक्षकों की अगस्त, सितंबर और अक्टूबर की सैलरी दिवाली से पहले ही उनके अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगी.
नाराज चल रहे थे अतिथि शिक्षक
दरअसल, तीन महीने से वेतन नहीं मिलने से अतिथि शिक्षकों में नाराजगी थी. वहीं सीएम मोहन यादव ने घोषणा की थी कि प्रदेश के सभी कर्मचारियों को दीपावली महापर्व से पहले सैलरी दे दी जाएगी. इसके बाद 28 अक्टूबर तक वेतन दिए जाने के आदेश भी जारी कर दिए गए, वहीं अब अतिथि शिक्षकों को तीन महीने की सैलरी एकसाथ देने के लिए बजट भी जारी कर दिया गया है.
211 करोड़ का दिवाली धमाका
मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने अतिथि शिक्षकों के लिए 211 करोड़ रु का बजट आवंटित कर दिया है. स्कूल शिक्षा विभाग के लोक शिक्षण संचालनालय ने अगस्त, सितंबर और अक्टूबर 2024 के मानदेय भुगतान के लिए यह राशि आगे आवंटित कर दी है. आदेश में साफ कहा गया है कि दिवाली से पहले सभी गेस्ट फैकल्टीज को उनकी सैलरी मिल जानी चाहिए.
3 महीने की सैलरी एकसाथ पर नियमतिकरण पर फैसला नहीं
बता दें कि जहां प्रदेश सरकार ने तीन महीने की सैलरी एकसाथ देकर अतिथि शिक्षकों की दिवाली रौशन करने का प्रयास किया है, तो वहीं अभी भी अतिथि शिक्षक नियमितिकरण की मांग को लेकर नाराज हैं. इसी महीने 2 अक्टूबर को अतिथि शिक्षक संघ द्वारा भोपाल में विरोध प्रदर्शन भी किया गया था, जिसमें पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इस दौरान संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसी पंवार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और ढाई सौ अन्य के खिलाफ भी प्रकरण बनाया गया. वहीं नियमितिकरण की मांग अभी भी नहीं मानी गई है. अतिथि शिक्षक संघ के मुताबिक, ” नियमितिकरण की मांग अगर सरकार ने पूरी नहीं करी तो जल्द ही उग्र से उग्र आंदोलन किया जाएगा.