नई दिल्ली:- भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने घोषणा की है कि समिति लोगों के लिए वोटिंग प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने की कोशिश कर रही है और इसके लिए 27 ऐप्स और पोर्टल्स को पेश किया जा रहा है.
ECI ने लॉन्च किए कई पोर्टल और ऐप्स
ईसीआई ने एक वोटर्स हेल्पलाइन ऐप की घोषणा की है जिससे मतदान केंद्र की डिटेल्स देखना और ऑनलाइन फॉर्म के लिए आवेदन करना आसान हो जाएगा. यह वोटर्स को अपने बूथ लेवल ऑफिसर और चुनावी पंजीकरण अधिकारियों से भी कनेक्ट करने में भी मदद करेगा. यह वोटर्स को अपना ई-ईपीआईसी , इलेक्ट्रोल फोटो पहचान पत्र डाउनलोड करने की भी अनुमति देगा. वोटर हेल्पलाइन ऐप अब गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध कर दिया गया है.
cVigil ऐप का क्या नाम
इसके अलावा इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया ने cVigil नाम का भी एक ऐप लॉन्च किया है, जो यूज़र्स को चुनाव प्रक्रिया के दौरान आदर्श आचार संहिता और फंड यूज़ करने के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की सुविधा मुहैया कराएगा. किसी भी उल्लंघन की रिकॉर्डिंग, रिपोर्टिंग और सॉल्यूशन के लिए यह एकमात्र ऐप है.
यह यूज़र्स को 100 मिनट का रिस्पॉन्स टाइमलाइन ऑफर करता है. इसकी खास बात है कि यह किसी भी व्यक्ति द्वारा की गई किसी भी शिकायत को पूरी तरह से गुप्त रखता है. cVigil ऐप को भी गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.
KYC पोर्टल का क्या काम होगा
इसके अलावा ईसीआई ने वोटर्स की सुविधा के लिए KYC पोर्टल भी लॉन्च किया है. इस पोर्टल में वोटर्स अपने उम्मीदवार का हलफनामा और उसकी अपराधिक छवि जैसी चीजों का पूरा ब्यौरा देख सकते हैं. चुनाव आयोग के अनुसार ऐसे सभी पोर्टल और ऐप पर सभी राजनीतिक पार्टियों को अपनी-अपनी तमाम जानकारियों को पब्लिश करना अनिवार्य है.
इस पोर्टल का मकसद वोटर्स के लिए सभी जानकारियों को पारदर्शी बनाना है. इसके अलावा समिति ने आम चुनाव में भाग लेने वाले उम्मीदवारों के लिए एक सुविधा पोर्टल भी लॉन्च किया है. उम्मीदवार किसी मीटिंग, रैलियों आदि की अनुमति लेने के लिए इस पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं.