
कर्नाटक
कर्नाटक चुनाव को लेकर जब से बीजेपी ने अपनी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है, पार्टी के अंदर ही एक अलग तरह की सियासत तेज हो चुकी है. किसी में आक्रोश है तो कोई अब सीधे-सीधे पार्टी बदलने की बात करने लगा है. कोई रो रहा है तो कोई चुनावी संन्यास का दांव चल चुका है. सबकुछ हो रहा है, लेकिन चुनौती बीजेपी के लिए बढ़ रही है. जानकारी के लिए बता दें कि बीजेपी ने मंगलवार को कर्नाटक चुनाव के लिए 189 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी. उस लिस्ट के जारी होने के बाद कई नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की.
पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावडी को पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है. इस वजह से उन्होंने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया. जब उनसे कांग्रेस में जाने को लेकर सवाल हुआ तो ये कहकर अटकलें तेज कर दीं कि कोई बड़ा फैसला जल्द लिया जाएगा. अब बड़ी बात ये है कि अथनी से बीजेपी ने इस बार महेश कुमाथली को टिकट दिया है. ये वहीं नेता हैंं
बीजेपी ने इस बार उडुपी से विधायक रहे रघुपति भट्ट को भी टिकट नहीं दिया है. इस बार क्योंकि पार्टी ने उन्हें यहां से टिकट नहीं दिया, वे भावुक हो गए. उन्हें इस बात का ज्यादा दुख है कि उन्हें इस फैसले की जानकारी टीवी चैनलों के जरिए मिली. उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर उनकी जाति की वजह से उन्हें टिकट नहीं दिया गया, वे इसे स्वीकार नहीं कर सकते. अब यहां तो जिन्हें टिकट नहीं दी गई, उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी. कुछ नेता तो ऐसे रहे जिनके चुनाव लड़ने की वजह से दूसरे नेताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया. इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम के एस ईश्वरप्पा का है