नई दिल्ली। सेक्स शब्द मुंह से निकलते ही आंखें नजरें चुराने लगती हैं। इस विषय पर हर कोई बात तो करना चाहता है लेकिन चोरी चोरी चुपके चुपके। और ये सिर्फ हिन्दुस्तान ही नहीं पूरी दुनिया का यही और ऐसा ही हाल है। अब दुनिया के कई मुल्कों में इस शब्द को लेकर सामाजिक बंधनों का हवाला दिया जाता है। ऐसे में लोगों ने जैसे ही सेक्स चैंपियनशिप के बारे में सुना तो हैरानी का ठिकाना नहीं रहा। लेकिन ये सोचकर लोगों ने इस बात को मान लिया कि यूरोप में खाए पिए अघाये लोग रहते हैं तो वो ऐसा कर भी सकते हैं। इसी मान्यता के बाद लोगों ने अपने दिमाग की खिड़की ही बंद कर ली। और ज्यादातर ये जानने तक की कोशिश नहीं की क्या वाकई में ऐसा सच मुच होने वाला है?
इन दिनों गूगल पर यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप के ऑफिशियल पेज की तलाश करने वालों की होड़ सी लगी हुई है। मगर हर कोई मायूस है। इस समय सोशल मीडिया पर इस चैंपियनशिप को लेकर छपने वाली हरेक लाइन पर सैकड़ों लाइक और कमेंट झोंकने की होड़ सी लग गई गई है। इसके अलावा जिस रोज पहली बार इस तरह की खबर छपी कि स्वीडन दुनिया का पहला देश बनने वाला है जहां सेक्स को लेकर कोई चैंपियनशिप आयोजित की जा रही, तभी से इस चैंपियनशिप के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा जानने के लिए इंटरनेट गूगल सर्च इंजन पर सबसे ज़्यादा सर्च किए जाने वाला विषय भी बन चुका है। लेकिन इस चैंपियनशिप का सबसे बड़ा सच ये है कि ऐसी कोई प्रतियोगिता या चैंपियनशिप स्वीडन क्या यूरोप के किसी भी देश में नहीं होने वाली। कोई सेक्स प्रतियोगिता नहीं होने वाली है। और न ही ऐसी किसी प्रतियोगिता की दुनिया में कोई तैयारी चल रही है।