नाइ दिल्ली:- रामलीला मैदान में नई सरकार का गठन होने वाला है। सिर्फ दिल्ली को ही नहीं, बल्कि पूरे देश को इंतजार है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। इसको लेकर रामलीला मैदान में तैयारियां जोरों से चल रही है। इस कार्यक्रम में किन्हें-किन्हें बुलाया जाएगा सब कुछ फाइनल हो गया है, लेकिन इस बीच शपथग्रहण समारोह को लेकर बड़ी खबर आई है। शपथ ग्रहण समारोह के शेड्यूल में बदलाव कर दिया गया है। बताते चलें कि पहले 20 फरवरी की शाम साढ़े 4 बजे शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत होने वाली थी, लेकिन अब इस समय को बदलकर सुबह 11 बजे कर दिया गया है।
पीएम को किसी पर भी भरोसा नहीं- आतिशी
गौर करने वाली बात ये भी है कि तारीख भले ही तय हो गई है कि दिल्ली के अगले सीएम 20 फरवरी को शपथ लेने वाले हैं, लेकिन दिल्ली का अगला सीएम आखिर होगा कौन, यह अभी तक सस्पेंस बना हुआ है। इसको लेकर विपक्ष की ओर से लगातार आरोप भी लगाए जा रहे हैं। आतिशी ने तो यहां तक कह दिया कि पीएम मोदी को अपने 48 विधायकों में से किसी पर भी भरोसा नहीं है, जिसे सीएम पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सके। अब गोपाल राय ने भी इस मुद्दे पर भाजपा पर हमला बोल दिया है।
गोपाल राय का बीजेपी पर आरोप
गोपाल राय ने कहा कि इस देश में अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग पार्टियों की सरकारें बनी हैं, लेकिन पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है कि बारात तैयार है, मंडप भी तैयार है, लेकिन दूल्हा कौन होगा, ये किसी को नहीं पता। बीजेपी अभी तक मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर पाई है या फिर कोई बड़ा राज है, जिसे वो छुपा रहे हैं, आम तौर पर परंपरा रही है कि चुनाव के बाद जो भी पार्टी सत्ता में होती है, वो अपने विधायक दल की बैठक करती है। बैठक में विधायक दल का नेता चुना जाता है जो मुख्यमंत्री पद का दावेदार होता है। वो अपनी दावेदारी पेश करता है… उसके बाद शपथ की तारीख दी जाती है और तैयारियां शुरू हो जाती हैं।