नई दिल्ली। योग गुरु रामदेव के खिलाफ रविवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले में संतों की एक बैठक में कथित रूप से शत्रुता को बढ़ावा देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में FIR दर्ज की गई है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थानीय निवासी पठाई खान की शिकायत के आधार पर चौहटन पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. चौहटन थाने के एसएचओ भूतराम के मुताबिक, आईपीसी की धारा 153ए, 295ए और 298 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बता दें कि 2 फरवरी को संतों की बैठक में रामदेव ने हिंदू धर्म की इस्लाम और ईसाई धर्म से तुलना करते हुए मुसलमानों पर आतंक का सहारा लेने और हिंदू महिलाओं का अपहरण करने का आरोप लगाया था. बाबा रामदेव ने कहा था कि इस्लाम धर्म मतलब सिर्फ नमाज पढ़ना है. मुसलमानों के लिए सिर्फ नमाज पढ़ना जरूरी है और नमाज पढ़ने के बाद कुछ भी करो, सब जायज है. चाहे हिंदुओं की लड़कियों को उठाओ, चाहे जिहाद के नाम पर आतंकवादी बनकर जो मन में आए वो करो.
रामदेव ने ईसाई धर्म पर भी बोलते हुए कहा था कि दिन में चर्च जाकर मोमबत्ती जलाओ, सारे पाप धुल जाएंगे, लेकिन हिंदू धर्म में ऐसा कुछ नहीं होता. बाबा रामदेव यहीं नहीं रुके. इसके बाद उन्होंने कहा कि उनकी जन्नत (स्वर्ग) का मतलब है कि टखने के ऊपर पायजामा पहनों, मूंछ कटवा लो और टोपी पहन लो.
उन्होंने कहा था कि ये मैं नहीं कह रहा हूं, बल्कि यह लोग ऐसा कर रहे हैं. फिर कहते हैं कि जन्नत में अपनी जगह पक्की हो गई. वहां हूरें मिलेंगी और मदिरा पान करने को मिलेगा. रामदेव ने कहा कि ऐसी जन्नत तो जहन्नुम से भी बेकार है. फिर भी लोग मूंछ कटवा रहे हैं और टोपी पहन रहे हैं. ये पागलपन है. लोग इसी चक्कर में पड़े हुए कि सारी जमात को इस्लाम में बदलना है.