कोरोना की तीसरी लहर के कारण कई तरह की पाबंदियों के साथ संसद का बजट सत्र सोमवार से राष्ट्रपति के अभिभाषण से शुरू होगा। मंगलवार को आम बजट पेश किया जाएगा। शुरुआती दो दिनों को छोड़ कर संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही दो पालियों में चलेगी। राष्ट्रपति सोमवार को संसदीय सौध में दोनों सदनों को संबोधित करेंगे। इसके अगले दिन से लोकसभा की कार्यवाही शाम चार बजे से नौ बजे तक और राज्यसभा की कार्यवाही की शुरुआत सुबह नौ बजे से होगी। सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही ढाई बजे दोपहर से शुरू होगी। सोमवार को ही दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा।
आम बजट पर होंगी निगाहें
सत्र में मुख्य रूप से सबकी निगाहें मंगलवार को पेश हो रहे आम बजट पर होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे लोकसभा में आम बजट पेश करेंगी। यह लगातार दूसरा आम बजट है जो अर्थव्यवस्था पर कोरोना के साये के बीच पेश हो रहा है। वित्त मंत्री के सामने कोरोना के कारण चुनौतियों का सामना कर रही अर्थव्यवस्था को संभालने के साथ मध्य और गरीब वर्ग को राहत देने की है। चूंकि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। ऐसे में वित्त मंत्री के समक्ष इन राज्यों को सियासी संदेश देने की भी चुनौती है।
पेगासस, एमएसपी समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के कारण विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने पेगासस मामले में हुए नए खुलासे पर सरकार को घेरने की योजना बनाई है। इसके अलावा किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमे वापस न होने, एमएसपी पर कानूनी गारंटी सहित अन्य मुद्दों पर विचार के लिए कमेटी का गठन अब तक न होने, आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा परिणाम पर छात्रों के आंदोलन और महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेरने की योजना बनाई है। कांग्रेस का लद्दाख में चीनी घुसपैठ से संबंधित नए खुलासों पर भी हमलावर रुख रहेगा।
संसद में कोरोना का कहर
कोरोना की तीसरी लहर के चपेट में संसद भी है। राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू कोरोना संक्रमित होने के कारण आइसोलेशन में हैं। इसके अलावा संसद के 875 कर्मचारी और अधिकारी इस महामारी की चपेट में हैं। इसी कारण सत्र के दौरान शारीरिक दूरी के मापदंड का सख्ती से पालन कराया जा रहा है।
बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में होंगी 29 बैठकें
आज से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में कुल 29 बैठकें होंगी। राज्यसभा सचिवालय से जारी बयान में कहा गया है कि बजट सत्र के पहले भाग में 31 जनवरी से 11 फरवरी के बीच 10 बैठकें होंगी। ये बैठकें 40 घंटे चलेंगी। दूसरे भाग में 14 मार्च से 8 अप्रैल के बीच 19 बैठकें होंगी, जिनकी अवधि 95 घंटों की होगी। इस तरह बजट सत्र के दोनों भागों में राज्यसभा में कुल 135 घंटे बैठकें चलेंगी।
दूसरे भाग में बैठकों के लिए 70 फीसदी समय रखा गया है। 29 में से 27 बैठकों के दौरान कागजात और रिपोर्ट रखने के अलावा सार्वजनिक महत्व के मुद्दों को उठाने के लिए हर दिन राज्यसभा में शून्यकाल को घटाकर 30 मिनट कर दिया गया है। सत्र के दौरान 6 दिनों में गैर सरकारी सदस्यों के कामकाज के लिए कुल 15 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। सदन के दूसरे भाग के पहले सप्ताह के दौरान शुक्रवार का अवकाश होने के कारण गैर सरकारी सदस्यों के विधेयकों को बृहस्पतिवार को लिया जाएगा।
केंद्रीय बजट 2022 को मंजूरी के लिए बैठक एक फरवरी को
संसद सत्र का कामकाज सुचारू रूप से चलाने के लिए राज्यसभा के सभापति एवं उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी सोमवार को राजनीतिक दलों के सदनों में नेताओं के साथ बैठक करेंगे। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक भी सोमवार को होगी। वहीं, केंद्रीय बजट 2022 को मंजूरी देने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक एक फरवरी को सुबह 10:10 बजे होने वाली है।