नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन का विवाद अब चरम पर पहुंच चुका है। दोनों देशों की सीमा पर बिगड़ते हालातों के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने देश को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में रूस पर अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन का आरोप लगाया और नए प्रतिबंधों की घोषणा की। बाइडन ने कहा कि आर्थिक प्रतिबंधों का आशय रूसी सरकार को पश्चिमी देशों से आर्थिक तौर पर अलग-थलग करना है। इससे पहले जर्मनी और ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं, वहीं कनाडा ने भी यूक्रेन को मदद भेजी है।
बाइडन ने कहा कि उनका रूस से लड़ने का कोई इरादा नहीं है- लेकिन नाटो क्षेत्र के हर इंच की रक्षा करने का संकल्प लिया है। बाइडन ने उन रिपोर्टों का जिक्र किया जिसमें कहा गया है कि रूस यूक्रेन के साथ लगती सीमा के पास ब्लड की आपूर्ति को स्टॉक कर रहा है, इसी के साथ बाइडन ने कहा कि जब तक आप युद्ध शुरू करने का इरादा नहीं रखते तब तक आपको ब्लड की आवश्यकता नहीं है। यानी पुतिन के इरादों से साफ पता चलता है कि रूस युद्ध की तैयारी कर रहा है।
व्हाइट हाउस में देश के नाम अपने संबोधन में राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि पुतिन ने डोन्त्सक और लुहांस्क के बार में “विचित्र रूप से” दावा किया कि उन्होंने दो क्षेत्रों को स्वतंत्र राज्यों के रूप में मान्यता दे दी है, जो अब यूक्रेन का हिस्सा नहीं हैं। रूस यूक्रेन के कुछ हिस्सों को अलग कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये क्षेत्र और भी अधिक गहरे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस “अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन” कर रहा है। जो बाइडन ने पूछा कि पुतिन को अपने पड़ोसियों के क्षेत्र में नए तथाकथित देशों को घोषित करने का अधिकार कौन देता है?” अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है कि यह “अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन” है।
बाइडन ने कहा कि मैं रूस के खिलाफ पहले शुरुआती प्रतिबंधों की घोषणा कर रहा हूं। उन्होंने संप्रभु ऋण से जुड़े प्रतिबंधों की घोषणा की। बाइडन ने कहा कि इन प्रतिबंधों का आशय है कि रूसी सरकार को पश्चिम से आर्थिक तौर पर अलग-थलग करना है। उन्होंने कहा कि रूस अब पश्चिम से धन नहीं जुटा सकता है। रूस अड़ा रहा तो अमेरिका प्रतिबंधों को बढ़ाना जारी रखेगा।
बाइडन ने कहा कि हम यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की सहित यूरोपीय नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी देश मिलकर काम कर रहे हैं। हम यूक्रेन के अपने समर्थन में एकजुट हैं। हम रूसी आक्रमण के विरोध में एकजुट हैं। हम अपने नाटो गठबंधन की रक्षा के अपने संकल्प में एकजुट हैं।
प्रतिबंधों की कड़ी में जो बाइडन ने दो बैंकों के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा कर दी है। इसे उन्होंने रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की “पहली किश्त” बताया। बाइडन ने दो बड़े बैंकों- वीईबी और रूसी सैन्य बैंक से जुड़े व्यापार को अवरुद्ध करने और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणालियों से रूसी अर्थव्यवस्था के कुछ हिस्सों को काटने की घोषणा की। बाइडन ने कहा कि ये कदम पिछले उपायों से “बहुत आगे” हैं और रूसी सरकार को अपने संप्रभु ऋण के लिए पश्चिमी वित्तपोषण से दूर कर देंगे।
व्हाइट हाउस में अपनी टिप्पणी में बाइडन ने कहा कि मेरा मानना है कि पुतिन के भाषण को सुनकर पता चलता है कि यूरोपीय सुरक्षा पर ‘वास्तविक बातचीत को आगे बढ़ाने’ में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है।