नई दिल्ली:– गुंटूर जिले के ताड़ेपल्ली में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के निर्माणाधीन केंद्रीय कार्यालय को कथित अवैध निर्माण के चलते शनिवार तड़के नगर निगम अधिकारियों ने ध्वस्त कर दिया। मंगलगिरी-ताडेपल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने सुबह करीब 5:30 बजे कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्यालय ध्वस्तीकरण में कई बुलडोजरों को लगाया गया था। देखते ही देखते कुछ देर में बुलडोजरों ने कार्यालय को जमींदोज कर दिया।
कैपिटल रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने कथित अवैध निर्माण के मामले में वाईएसआरसीपी को नोटिस जारी किया था। इसके बाद वाईएसआरसीपी ने शुक्रवार को हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। पार्टी के एक प्रवक्ता ने दावा किया कि अदालत ने किसी भी तरह की ध्वस्तीकरण गतिविधि पर रोक लगाने का आदेश दिया है और वाईएसआरसीपी के वकील ने सीआरडीए आयुक्त को इसकी जानकारी दे दी है।
सिंचाई विभाग की जमीन पर कार्यालय बनाने का आरोप
सीआरडीए और एमटीएमसी के अधिकारियों के मुताबिक वाईएसआरसीपी कार्यालय सिंचाई विभाग की जमीन पर बनाया जा रहा था। आरोप है कि जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी की पिछली सरकार के दौरान जिस जमीन का इस्तेमाल बोटयार्ड बनाने के लिए किया जा रहा था, उसे मामूली रकम पर पट्टे पर लिया गया था। आरोप यह भी है कि सीआरडीए और एमटीएमसी से मंजूरी लिए बिना निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया।
जगन बोले- चंद्रबाबू ने प्रतिशोध का सहारा लिया
वाईएसआरसीपी अध्यक्ष और पूर्व सीएम वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, “मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राजनीतिक प्रतिशोध का सहारा लिया है। एक तानाशाह ने उच्च न्यायालय के आदेश की अनदेखी करते हुए वाईएसआरसीपी के केंद्रीय कार्यालय को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। इन कृत्यों के माध्यम से नायडू यह संदेश दे रहे हैं कि उनका शासन अगले पांच वर्षों में कैसा रहने वाला है? हमारी पार्टी अब इन धमकियों और राजनीतिक प्रतिशोध के आगे नहीं झुकेगी।”
जगनमोहन रेड्डी ने लोगों की ओर से लड़ने की कसम खाई और देश की सभी लोकतांत्रिक ताकतों से चंद्रबाबू नायडू के इन कृत्यों की निंदा करने की अपील की।
आवास पर भी चल चुका बुलडोजर
पार्टी कार्यालय से पहले ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम ने पूर्व सीएम वाईएस जगनमोहन रेड्डी के आवास लोटस पौंड से सटे फुटपाथ पर बुलडोजर चलाया था। दरअसल, यहां अवैध निर्माण किया गया था। अधिकारियों के मुताबिक कॉलोनी के रहने वाले लोगों ने ही इस अवैध निर्माण की शिकायत की थी।