तेहरान:- ईरान के बंदर अब्बास में शाहिद राजाई बंदरगाह पर हुए विस्फोट में कम से कम 14 लोग मारे गए और 750 अन्य घायल हो गए. ईरान के गृह मंत्री एस्कंदर मोमेनी ने कहा कि छह लोग लापता हैं, जबकि अग्निशमन कर्मी तेज हवाओं जैसी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद आग पर काबू पाने के प्रयास जारी रखे हुए हैं. सीएनएन ने ईरान की आधिकारिक मीडिया के हवाले से यह जानकारी दी है.
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, ईरानी सरकार ने कहा है कि विस्फोट संभवतः वहां रखे गए रसायनों के कारण हुआ है. सरकार की प्रवक्ता फतेमेह मोहजेरानी ने कहा कि “विस्फोट का कारण पता लगाने में कुछ समय लगेगा, लेकिन अब तक जो पता चला है वह यह है कि बंदरगाह के एक कोने में कंटेनर रखे हुए थे जिनमें संभवतः रसायन थे जो विस्फोट का कारण बने.
ईरानी अधिकारियों ने बंदर अब्बास में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य टीमों को तैनात किया है. मीडिया के हवाले से बताया कि लोगों को घर के अंदर रहने, बाहरी गतिविधियों से बचने और खिड़कियां बंद रखने के लिए कहा गया है.
सरकारी मीडिया के अनुसार, विस्फोट के कारण मलबा काफी बड़े क्षेत्र में फैल गया और बंदरगाह परिसर की कई इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं. इसके अलावा, कई किलोमीटर के दायरे में खिड़कियों के शीशे टूट गए. कुछ रिपोर्टों के अनुसार, एक परिसर के मलबे में लोग फंसे हुए थे.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, क्षेत्र के गवर्नर मोहम्मद अशौरी ताजियानी ने कहा कि घायल लोगों को इलाज के लिए बंदर अब्बास मेडिकल सेंटर ले जाया गया है. बंदरगाह को बंद कर दिया गया है और समुद्री परिचालन को निलंबित कर दिया गया है. ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने विस्फोट के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं.
एक्स पर एक पोस्ट में, पेजेशकियन ने कहा, “होर्मोज़गन प्रांत में हुई घटना के पीड़ितों के प्रति गहरा खेद और सहानुभूति व्यक्त करते हुए, मैंने घटना की स्थिति और कारणों की जांच करने का आदेश जारी किया. आंतरिक मंत्री को दुर्घटना के आयामों की बारीकी से जांच करने, आवश्यक समन्वय करने और घायलों की स्थिति का पता लगाने के लिए एक विशेष प्रतिनिधि के रूप में क्षेत्र में भेजा गया था.