राजधानी के डा. भीमराव आंबेडकर अस्पताल में एक्सपायर्ड किट से लिवर, किडनी से संबंधित जांच का मामला सामने आया है। हर रोज हो रही इस तरह की जांच से परिणाम गलत आने की आशंका के बीच सैकड़ों मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है।
बायोकेमिस्ट्री विभाग में 10 अक्टूबर 2019 के एक्सपायरी डेट के किट का इस्तेमाल कर हर दिन 500 से अधिक (एलएफटी), एलानिन ट्रांसमिनेज (एएलटी), एल्कालाइन फास्फेटेस, क्रिएटिनिन की जांचें की जा रही हैं।यह जांच लीवर व किडनी से संबंधित है। एक्सपायरी डेट के इस किट से जांच पिछले दो वर्ष से चलने बात सामने आई है।
वर्तमान में काफी सारे एक्सपायरी डेट के किट बायोकेमिस्ट्री विभाग के फ्रिज में स्टोर कर रखे गए हैं। विभागाध्यक्ष डाक्टर पीके खोडियार ने कहा कि एक्सपायरी किट से जांच नहीं किया जा रहा है।वैसे भी क्वालिटी कंट्रोल की व्यवस्था है, एक्सपायरी किट से जांच में किसी तरह की समस्या नहीं आनी चाहिए। जांच किट की किल्लत काफी समय से है, इसके लिए प्रबंधन को लगातार पत्र लिखा गया है।
लेकिन व्यवस्था नहीं बन पाई है।किट की किल्लत, महीनों से लिखा पत्रबता दें कि किट की किल्लत की वजह से महीनों से अस्पताल में 30 से अधिक तरह की जांचें बंद हैं। इसमें 24 तरह के हार्मोनल टेस्ट, एबी-1सी, विटामिन डी, विटामिन-बी 12, ट्यूमर मारकर, स्वाईन फ्लू, चिकनगुनिया समेत कई तरह के जांच शामिल हैं।
इसे लेकर बायोकेमेस्ट्री, माइक्रोबायोलाजी व पैथालाजी विभाग ने प्रबंधन को पत्र लिखकर जल्द से जल्द किट व अन्य जरूरी उपकरण उपलब्ध कराने की मांग पहले ही कर चुके हैं। लेकिन उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।