नई दिल्ली:– अमेरिकी इंटरनेट कंपनी याहू ने घोषणा की है कि अगर गूगलको उसके लोकप्रिय वेब ब्राउजर क्रोम को बेचने का अदालती आदेश मिलता है, तो वह इसे खरीदने के लिए बोली लगाएगी.
बिकेगा? Yahoo ने दिखाई दिलचस्पी
इंटरनेट जगत में एक बड़ा उलटफेर सामने आ सकता है.Yahoo Inc. ने संकेत दिए हैं कि अगर अमेरिकी अदालत Google को अपना Chrome ब्राउजर बेचने के लिए मजबूर करती है, तो Yahoo इसे खरीदने के लिए पूरी तरह तैयार है. Yahoo को बैक कर रही है Apollo Global Management, जिसने 2021 में Yahoo को Verizon से खरीदा था.
Google पर कोर्ट की सख्ती
वर्तमान में Google के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से मोनॉपॉली के मामले में सुनवाई चल रही है. अदालत पहले ही यह फैसला दे चुकी है कि Google ने इंटरनेट सर्च मार्केट में गैरकानूनी एकाधिकार बनाया है. अब यह तय होना बाकी है कि इसका समाधान क्या होगा, और यहीं से Chrome ब्राउजर की बिक्री की बात सामने आई है.
Yahoo का दावा- Chrome है सबसे स्ट्रैटेजिक ब्राउजर
Yahoo सर्च के जनरल मैनेजर BrianProvost ने कोर्ट में बताया कि उनकी कंपनी Chrome को खरीदने के लिए पूरी तरह तैयार है और इसकी कीमत दसियों अरब डॉलर तक हो सकती है. उन्होंने Chrome को वेब का सबसे अहम खिलाड़ी बताया.
Yahoo भी बना रहा है अपना ब्राउजर
Yahoo फिलहाल खुद का ब्राउजर भी विकसित कर रहा है. लेकिन जैसे ही Chrome की बिक्री की संभावना सामने आई, Yahoo ने उसमें रुचि दिखाई. यह सौदा Yahoo के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है, खासकर तब जब वह अपने सर्च इंजन को फिर से मजबूत करने की कोशिश कर रहा है.
क्या Google Search और Chrome का साथ टूटेगा?
अगर कोर्ट Google को Chrome ब्राउजर अलग करने को कहता है, तो इसका सीधा असर Google की सर्च पावर पर भी पड़ सकता है. Yahoo जैसे पुराने खिलाड़ी के लिए यह वापसी का बड़ा मौका हो सकता है. ऐसे में आप भी नजर रखें, इंटरनेट वर्ल्ड में जल्द ही सबसे बड़ा बदलाव आ सकता है.