बस्तर। बस्तर संभाग में पहले चरण में चुनाव होने हैं और संभाग की 12 विधानसभा सीटों में से 11 आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित सीटों में आदिवासियों का मिजाज छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन का मिजाज माना जाता रहा है।
सरकार कोई भी हो समय-समय पर कांग्रेस और भाजपा दोनों प्रमुख दलों को यहां मौका मिलता रहा है साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने एकतरफा बस्तर संभाग की 12 सीटों पर भाजपा का सुपड़ा साफ कर दिया था।
जीत का अंतर भी कुछ सीटों को छोड़ दें तो काफी ज्यादा था जिसकी वजह से भारतीय जनता पार्टी को यहां बड़ा झटका लगा फिर एक बार इन 12 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के प्रत्याशियों के नाम तय हो चुके हैं कांग्रेस ने जहां अपने पांच पुराने विधायकों की टिकट बदलकर नए चेहरों को मौका दिया है वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने चार पूर्व मंत्री को छोड़कर बाकी सीटों पर नए चेहरों को मौका दिया है।