वडोदरा। वडोदरा कांग्रेस के पूर्व प्रमुख प्रशांत पटेल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पटेल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर भाजपा में शामिल होने वाले हैं। प्रशांत पटेल ने राज्य पार्टी प्रमुख शक्तिसिंह गोहिल को संबोधित एक पत्र के माध्यम से अपना इस्तीफा दिया। हालिया घटनाक्रम में गुजरात कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी मुकुल वासनिक भी गोहिल के साथ वडोदरा गए। यह यात्रा मुकुल वासनिक की नई भूमिका में उनके उद्घाटन संगठनात्मक दौरे को चिह्नित करती है।
कथित तौर पर वासनिक और गोहिल दोनों ने पटेल को दलबदल करने से रोकने का प्रयास किया, लेकिन विफल रहे। प्रशांत पटेल ने बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा में शामिल होने का इरादा जताया है। इसके अलावा, संकेत बताते हैं कि पूर्व शहर कांग्रेस प्रमुख सुरेश पटेल और शहर के एक अन्य प्रमुख पार्टी नेता भावेश पटेल भी प्रशांत पटेल के फैसले को प्रतिबिंबित करते हुए खुद को भाजपा के साथ जोड़ने के लिए तैयार हैं। प्रशांत पटेल ने अपने बयान में इस बात पर जोर दिया कि हिंदुत्व को समाज के किसी भी वर्ग के लिए खतरे के रूप में गलत नहीं समझा जाना चाहिए। इसके तत्वावधान में सभी नागरिक फलेंगे-फूलेंगे और खुशी का अनुभव करेंगे। प्रशांत पटेल ने कुछ कांग्रेस और गठबंधन नेताओं के प्रति भी अपनी अस्वीकृति व्यक्त की, जिन्होंने खुले तौर पर सनातन हिंदू धर्म की आलोचना की थी।
उन्होंने इस तरह की बयानबाजी को अस्वीकार्य बताया। प्रशांत पटेल ने आगे कहा कि भारत के भविष्य के इतिहास में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हिंदुत्व शासन के युग को याद किया जाएगा। प्रशांत पटेल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी छोड़ने का उनका निर्णय व्यक्तिगत शिकायतों के कारण नहीं, बल्कि पार्टी के वैचारिक रुख से उनकी असहमति का परिणाम था। अनुमान लगाया जा रहा है कि शहर कांग्रेस प्रमुख के रूप में रुत्विज जोशी की नियुक्ति के बाद प्रशांत पटेल निराश हैं।