मथुरा:- कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार ओलंपियन मुक्केबाज व कांग्रेस नेता विजेंदर सिंह BJP में शामिल हो गए हैं. अब मथुरा में कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर संकट खड़ा हुआ है. दूसरे चरण में चुनाव के नामांकन का कल 4 अप्रैल को आखिरी दिन है जबकि अभी कांग्रेस के सामने प्रत्याशी तय करना होगा. ठीक नामांकन से पहले विजेंदर के BJP में शामिल हो जाने से कांग्रेस के सामने संकट खड़ा हुआ है.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि 24 घंटे के पहले कांग्रेस को मथुरा से अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान करना होगा. इधर, दिल्ली में विजेंदर सिंह बुधवार को यहां भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह उनके लिए घर वापसी करने जैसा है. भाजपा की सदस्यता लेने के बाद प्रेस से बातचीत में विजेंदर ने कहा, “सभी को राम राम. पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी में शामिल हो रहा हूं. यह एक तरह से मेरी घर वापसी हो रही है.
जाट समुदाय में विजेंदर सिंह का प्रभाव, दिल्ली से हार गए थे पिछला चुनाव
विजेंदर सिंह जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जिसका हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बड़ी संख्या में सीटों पर राजनीतिक प्रभाव है. विजेंदर सिंह ने 2019 का लोकसभा चुनाव दक्षिणी दिल्ली सीट से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस बार कांग्रेस मथुरा से उन्हें टिकट देना चाह रही थी और ऐन वक्त पर समीकरण बदल गए हैं. विजेंदर सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया है.
बड़े अंतर से जीतती रही हैं हेमा मालिनी
दूसरी तरफ भाजपा की उम्मीदवार हेमा मालिनी ने 2014 में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को 3 लाख वोटों से हराया था तो वहीं 2019 में रालोद के कुंवर नरेंद्र सिंह को भी बड़े अंतर से हराया था. मथुरा ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस अपना प्रभाव खोती नजर आ रही है. यह हाई प्रोफाइल सीट मथुरा में एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी की जीत आसान लगने लगी हैं, जबकि कांग्रेस अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पा रही है.