चिक्कमगलुरु: कर्नाटक में स्थानीय कांग्रेस विधायक के हाथों कथित उत्पीड़न के खिलाफ वाट्सऐप पर स्टेटस पोस्ट करने वाली एक महिला पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। महिला पुलिसकर्मी लता ने कदुर के कांग्रेस विधायक के.एस. आनंद के खिलाफ एक पोस्ट डाला था। उन्होंने स्टेटस में कहा था कि अगर उन्हें कुछ हुआ तो विधायक आनंद जिम्मेदार होंंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह विधायक की निंदा करती हैं।
व्हाट्सएप पर यह मैसेज पोस्ट होने के बाद चिक्कमगलुरु एसपी उमा प्रशांत ने महिला कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है। यह घटनाक्रम एक विवाद में बदल गया है क्योंकि लोगों ने कांग्रेस विधायक की मनमानी पर सवाल उठाया है। सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने चुनाव प्रचार के दौरान हेलमेट नहीं पहनने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जुर्माना लगाया था। आनंद तब मौके पर आए थे और अपने समर्थकों पर जुर्माना लगाने पर उनसे सवाल किया था।
घटना का वीडियो तब जिले में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। चुनाव परिणामों के बाद, महिला पुलिसकर्मी को कदुर थाने से तारिकेरे थाना स्थानांतरित कर दिया गया। पुलिसकर्मी ने विरोध किया था कि बदले की भावना से उसका तबादला किया गया है। महिला पुलिसकर्मी खुद को निशाना बनाने पर विरोध दर्ज कराने के लिए कांग्रेस विधायक के आवास पर भी गई थी। चिक्कमगलूर जिला भाजपा का गढ़ था, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां की सभी सीटों पर कब्जा कर लिया। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सी.टी. रवि भी हार गये।