साइबर ठगों से बचना आज के समय में मुश्किल हो गया है, इनसे बचने का सिर्फ एक ही तरीका है कि आप हमेशा सतर्क रहें. अगर आप जरा सी लापरवाही करते हैं, वैसे ही साइबर ठगों के जाल में आप फंस जाते हैं, मार्केट में अब साइबर ठगों ने नया जाल बिछाया है, जिसमें ये ठगी करने के लिए eSim ऐप से फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं.अगर आप साइबर ठगों के चंगुल में नहीं फंसना चाहते हैं, तो आपको ये खबर पूरी पढ़नी चाहिए, क्योंकि यहां हम आपको e Sim ऐप से होने वाले फ्रॉड के बारे में जानकारी दे रहे हैं. जिसको जानकार इस फ्रॉड से सुरक्षित रहेंगे. आइए जानते हैं आखिर कैसे ई-सिम ऐप्स से फ्रॉड को अंजाम दिया जाता है.
कैसे होता है eSim ऐप से फ्रॉड साइबर ठग इस फ्रॉड को थर्ड पार्टी ऐप की मदद से अंजाम देते हैं, इसके लिए वो आपके पास कोई मैसेज या कॉल करते हैं और एक ऐप इंस्टॉल करने के लिए गुमराह करते हैं.
जैसे ही आप इस ऐप को इंस्टॉल करते हैं, वैसे ही आपकी ई-सिम वो तैयार कर लेते हैं और इसके बाद आप जानते ही है क्या होता है.सरकार ने उठाया ये कदमसरकार ने ई-सिम फ्रॉड में यूज होने वाले दो ऐप्स Airola और holafly को हटाने के निर्देश दिए है. इसके लिए सरकार ने गूगल प्ले स्टोर से ऐप्स को हटाने के लिए गूगल और ऐप स्टोर से हटाने के लिए एप्पल को आदेश दिया है.Airola और holafly के अलावा कई और e-SIM ऐप्स भी सरकार के निशाने पर हैं. इन ऐप्स के जरिए वॉइस कॉलिंग और इंटरनेट डाटा पैक मिलते हैं. ऐसे e-SIM बनाने के लिए किसी भी वेरिफिकेशन की जरूरत नहीं है. इस तरीके से ठगों के लिए अपराध करके बच निकलना आसान हो जाता है.