*,ज्ञात हो की शुक्रवार को बिश्रामपुर डी ए व्ही स्कूल में पढ़ रहे नॉन एस ई सी एल बच्चों के अभिभावकों द्वारा संगठित रूप से समूह में 9 सुत्रीय बच्चों की स्वास्थ तथा शिक्षा से संबंधित मांगों को लेकर प्राचार्य पाठक जी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है अभिभावकों के डेलिकेट ने बताया कि सभी अभिभावक प्रतिष्ठित संस्था से लंबे समय से जुड़े हुए हैं तथा हमारी कई पीढ़ियां यहां से शिक्षा प्राप्त कर चुकी हैं, लेकिन वर्तमान समय में डीएवी विद्यालय में छोटे-छोटे बच्चों को संस्था में शिक्षा एवं स्वास्थ्य से संबंधित कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है तथा अभिभावकों को काफी मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है, जिस पर हम सभी अभिभावकों की कुछ समस्याएं हैं, जिन्हें हम प्रबंधन को अवगत कराना चाहते थे तथा आशा करते हैं कि प्रबंधन इन समस्याओं का समाधान करेगा तथा बच्चों एवं अभिभावकों के प्रति अपना स्नेह प्रदर्शित करेगा,जिसपर अभिभावकों की मांगे निम्नलिखित है
1. बच्चों की शिक्षा एवं नैतिक विकास के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले शिक्षकों का चयन किया जाए,2. बच्चों की कक्षाओं में फर्नीचर आदि की स्थिति खराब है, जिससे बच्चों को चोट लग सकती है, उसे सुधारा जाए,3. बच्चों के शौचालय में लड़के-लड़कियों का टॉयलेट इंडिकेशन नहीं है तथा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। दिया जाना चाहिए,4. स्कूल गेट पर लगे काऊकैचर में जानवरों की जगह बच्चे फंसकर घायल हो रहे हैं। जब गेट पर पहले से ही दो गार्ड मौजूद हैं तो काऊकैचर की क्या जरूरत है? इसे पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। अब तक 4 बच्चे इससे घायल हो चुके हैं।
5. जिस रास्ते से बच्चों को लाया और ले जाया जाता है, वह पूरा रास्ता पानी और कीचड़ से भरा रहता है, जो डीएवी जैसे प्रतिष्ठित स्कूल के लिए उचित नहीं है।6. बच्चों को टास्क के नाम पर बहुत महंगी चीजें खरीदने के लिए नहीं कहा जाना चाहिए, क्योंकि स्कूल की फीस पहले से ही इतनी ज्यादा है कि अभिभावकों पर ज्यादा दबाव डालना उचित नहीं है। और अगर बच्चे महंगी चीजें नहीं लेते हैं तो उन्हें दूसरे बच्चों के सामने बेइज्जत नहीं किया जाना चाहिए, ताकि बच्चों के मन में अमीरी-गरीबी की भावना पैदा न हो।7. बच्चों के लिए पीछे का गेट फिर से खोला जाना चाहिए, ताकि अभिभावक आसानी से बच्चों को ला और छोड़ सकें ओर ट्रैफिक की समस्या से बचा जा सके।8. स्मार्ट बोर्ड मेंटेनेंस चार्ज स्कूल लेता है, लेकिन कई क्लास में यह चालू नहीं है
9. एक गंभीर समस्या बच्चो ने कई अभिभावकों को बताइए है कि बच्चों को समय पर बाथरूम नही जाने दिया जाता है और पानी पीने से भी रोका जाता जिससे कई बच्चों में यूरिन इंफेक्शन या यूरिन पैन जैसी समस्या देखने को मिल रही है जिसपर तत्काल उचित कार्यवाही की जाए जिसपर प्रचार्य महोदय से वर्तालाब के दौरान कुछ मांगों तत्काल निराकरण किये जाने का आश्वासन प्रचार्य ने दिया तथा अन्य मांगों पर उच्च प्रबंधन से चर्चा कर निराकरण का आश्वासन दिया है जिसपर अभिभावकों ने पूरी की गई मांगो पर धन्यवाद दिया है तथा बची मांगो के निराकरण में देरी पर शांति पूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की भी बात कही है