मुंबई:- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बुधवार शाम अचानक दिल्ली पहुंचे. गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. माना जा रहा है कि फडणवीस मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर शाह को जानकारी देने के लिए पहुंचे हैं. उधर, महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन लोटस’ की चर्चा है. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि महाविकास अघाड़ी के कई सांसद और विधायक उनसे संपर्क कर रहे हैं और अपनी पार्टी से नाराजगी जता रहे हैं. दावा तो ये भी किया जा रहा है कि राहुल गांधी और शरद पवार की पार्टी के कई विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, कांग्रेस ने इन दावों को खारिज कर दिया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, बीजेपी ऐसी बेतुकी कोशिशें करती रहती है. हमारा कोई भी नेता कहीं भी जाने वाला नहीं है.
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, एमवीए के नेता खुद अपनी बेचैनी जाहिर कर रहे हैं और कई लोग पाला बदलने के लिए भाजपा के संपर्क में हैं. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने सिर्फ 46 सीटें जीती हैं. जबकि बीजेपी, शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने 230 सीटों पर कब्जा जमाया है. चुनाव नतीजों ने एमवीए विधायकों के सत्तारूढ़ गठबंधन में जाने की अटकलों को हवा दे दी है.
बीजेपी का दावा-खुद संपर्क कर रहे नेता
बावनकुले ने कहा, एमवीए के नेताओं को पार्टी बदलने के लिए मनाने का हमने कोई प्रयास नहीं किया है. बीजेपी के विकसित भारत विजन से जुड़ने के लिए कई नेताओं ने इच्छा जताई है, हम उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं. जवाब कांग्रेस के नाना पटोले ने दिया. उन्होंने कहा-बावनकुले का दावा जवाब देने लायक नहीं है. महाराष्ट्र के सभी कांग्रेस सांसद पार्टी के साथ हैं. हम नागपुर में महाराष्ट्र विधानमंडल के आगामी शीतकालीन सत्र में महायुति की वास्तविक स्थिति दिखाएंगे.
बेचैनी की वजह
इससे पहले, भाजपा नेता प्रवीण दारेकर ने संकेत दिया कि विकास अगर उनकी प्राथमिकता है तो शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के कुछ सांसद पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. दारेकर ने कहा कि महाविकास आघाडी के कई सांसद, खासकर एनसीपी (एसपी) के उन निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने विधानसभा चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीती हैं. अगर विकास उनकी प्राथमिकता है, तो वे अपने राजनीतिक भविष्य पर सावधानी से विचार कर सकते हैं, क्योंकि केंद्र में और राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन की सरकार है.
शरद पवार की पार्टी पर खतरा सबसे ज्यादा
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार की पार्टी की नेता विद्या चव्हाण ने कहा, भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू जैसे नेताओं के साथ एक कमजोर गठबंधन है. सरकार को उनका समर्थन खोने का डर है, यही वजह है कि वे विपक्षी दलों के सांसदों को लुभाने की ऐसी रणनीति अपनाते हैं. हमारे सांसद हमारे साथ हैं और गठबंधन को धोखा नहीं देंगे. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि अगर भगवा पार्टी एमवीए विधायकों को लुभाने के लिए पैसे और राजनीतिक शक्ति का इस्तेमाल करके ‘ऑपरेशन लोटस’ शुरू करने की योजना बना रही है, तो लोग उन्हें उचित समय पर करारा जवाब देंगे. यह अब कोई रहस्य नहीं है कि देश में तानाशाही ने अपने पैर जमा लिए हैं.