*कोरबा / सत्येन्द्र कुमार साहू, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा एवं जयदीप गर्ग, विशेष न्यायाधीश, एस.सी./एस.टी. (पी.ए.एक्ट) एवं कु. डिम्पल सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला जेल कोरबा एवं उपजेल कटघोरा का निरीक्षण किया गया। जिला जेल में पुरूष अभिरक्षक्षाधीन बंदी की संख्या 273, महिला अभिरक्षाधीन बंदी 14 एवं उपजेल कटघोरा में 249 अभिरक्षाधीन बंदी जेल में निरूद्ध पाये गये। अध्यक्ष महोदय द्वारा जिला जेल कोरबा के सभी पुरूष बैरक, एवं महिला बैरक में जाकर अभिरंक्षाधीन बंदियों से भोजन व्यवस्था साफ-सफाई बंदियों के प्रकरणों में अधिवक्ता नियुक्त की जानकारी ली गई बंदियों द्वारा पूछे गये सवाल के संबंध में विधिक सलाह भी दिया गया। बंदियों से पूछताछ के दौरान अधिकांश बंदियों द्वारा बताया गया कि उनके प्रकरण न्यायालय में बहुत लंबे समय से चल रहे है, कुछ गवाही शेष है जिनके उपस्थित होने पर प्रकरण का निराकरण शीघ्र हो सकता है, ऐसे प्रकरणों की सूची सहायक जेल अधीक्षक कोरबा को प्रकरण की अद्यतन स्थिति से अवगत कराये जाने हेतु आवश्यक निर्देश दिये गये।
अभिरक्षाधीन बंदियों की पेशी दिनांक में उपस्थिति सुनिश्चित किया जावें तथा जो बंदी पेशी दिनांक में उपस्थित नहीं हो पाते है उसे विडियों कान्फेसिंग के माध्यम से उपस्थित कराया गया। एैसे बंदियों जिन्हें अन्यत्र जेल स्थानांतरित किया जाना है उसे भी शीघ्र स्थानांतरित कराने की कार्यवाही किया जावें। लंबे समय से बंद अभिरक्षाधीन बंदियों जो 4 वर्षो से अधिक, 2 वर्ष से अधिक निरूद्ध है,आदतन बंदी है उनकी जानकारी प्रेषित किये जाने हेतु निरूद्ध किया गया है। अभिरक्षाधीन बंदियों जिनकी उम्र 18 वर्ष से 22 वर्ष तक की सभी बंदियों से पूछताछ की गई इस उम्र में लगभग जिला जेल कोरबा में 60 अभिरक्षाधीन बंदी एवं उपजेल कटघोरा में कुल 23 बंदी जेल में निरूद्ध पाये थे। दोनों जेल में भोजन कक्ष का निरीक्षण के दौरान करने पर भोजन कक्ष साफ-सुथरा पाया गया। उक्त निरीक्षण के दौरान सहायक जेल अधीक्षक विज्यानंद सिंह, जिला जेल कोरबा एवं सहायक जेल अधीक्षक सीमा उरांव उपजेल कटघोरा उपस्थित थी।