नई दिल्ली:- मानव जीवन में आजकल वास्तु का भी एक अलग महत्व है. वास्तु के हिसाब से सब कुछ सही करने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय भी करते हैं. लोग अपना नया घर बनवाते समय वास्तु का विशेष ख्याल रखते हैं. ऐसे में मनगवां के रहने वाले ज्योतिष आचार्य और गृह वास्तु के विशेषज्ञ पंडित शिवधर द्विवेदी से जानते हैं कि घर बनवाते समय किस जगह पर क्या रहना चाहिए. किस दिशा में क्या होना चाहिए, जिससे घर में किसी तरह की हानि न हो और लाभ ही लाभ हो. लक्ष्मी माता का आगमन हो.
वायव्य कोण में बनवाएं शौचालय
मनगवां के रहने वाले ज्योतिष आचार्य और गृह वास्तु के विशेषज्ञ पंडित शिवधर द्विवेदी बताते हैं कि, “घर में कभी भी ईशान कोण या पूर्व दिशा में शौचालय टैंक नहीं बनवाना चाहिए. अगर घर में लक्ष्मी जी की विशेष खुशहाली चाहते हैं, तो वायव्य कोण में शौचालय टैंक बनवाएं. जिससे जीवन भर सुखी रहेंगे किसी प्रकार की बाधा घर में प्रवेश नहीं करेगी.
इस दिशा में बनवाएं भंडार गृह
वास्तु में विशेष रूप से इन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए. जिससे जीवन में सुखी रहेंगे और धनवान हो जाएंगे और विशेष रूप से लक्ष्मी प्राप्ति होगी. आर्थिक रूप से मजबूत हो जाएंगे. जैसे ईशान कोण में देव गृह, पूर्व में स्नान गृह, आग्नेय कोण में रसोई गृह, दक्षिण में शयन कक्ष, नैऋत्य कोण जो दक्षिण पश्चिम का कोना कहलाता है वहां शस्त्र गृह होना चाहिए, अथवा शौचालय की सीट बिठाना चाहिए, पश्चिम में अध्ययन कक्ष होना चाहिए और वायव्य में शौचालय टैंक बनवाएं, उत्तर में भंडार गृह बनवाएं.
घर में भूलकर न करें ये गलती
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के अंदर का पानी नैऋत्य कोण में कभी ना निकालें. इससे घर वालों को असाध्य रोग हो जाएंगे. जिस घर के अंदर का पानी ईशान कोण, पूर्व उत्तर और पश्चिम की ओर निकलता है. उस घर में स्त्रियां बहुत खुश रहती हैं और घर विशेष रूप से सम्पन्न रहता है. इसके अलावा लक्ष्मी जी की खास कृपा होती है, जिससे घर में धन की बारिश होती है.