नई दिल्ली:– क्रेडिट कार्ड उपयोगर्ताओं में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। लेकिन, बहुत ऐसे लोग होंगे जिन्हें इसके बारे में बहुत जानकारी नहीं होगी। अब क्रेडिड कार्ड के बारे में एक ऐसा ही जानकारी के बारे में बात करने जा रहे हैं , जो शायद बहुत कम ही लोगों को पता होगा। दरअसल, क्रेडिट कार्ड कंपेरिजन वेबसाइट कार्डइंसाइडर के सह-संस्थापक अंकुर मित्तल ने अक्टूबर 2024 में अपनी कार बीमा पॉलिसी को रिन्यू करवाया। समय पर प्रीमियम भुगतान और शानदार ड्राइविंग रिकॉर्ड के कारण उनका क्रेडिट स्कोर 800 से अधिक था।
बीमा कंपनी की वेबसाइट पर इंश्योरेंस रिन्यू करते समय उन्हें पता चला कि उनके शानदार क्रेडिट स्कोर के कारण प्रीमियम पर 15% की छूट मिल रही है। इससे उन्हें सालाना आधार पर 5 हजार रुपये की बचत हुई। अंकुर मित्तल कहते हैं कि अच्छा क्रेडिट स्कोर रखने से मुझे न केवल लोन और क्रेडिट कार्ड में फायदा हुआ है, बल्कि बीमा प्रीमियम में भी छूट के रूप में व्यावहारिक लाभ मिला है।
नौकरी मिलने में क्रेडिट कार्ड की भूमिका
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अहमदाबाद निवासी प्रणव गुप्ता ने हाल ही में नौकरी खोजने के दौरान यह जाना कि कुछ कंपनियां अब क्रेडिट स्कोर को भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा बना रही हैं। एक प्राइवेट बैंक ने उनके फाइनल इंटरव्यू के दौरान क्रेडिट स्कोर और हिस्ट्री की रिव्यू की। प्रणव का कहना है कि मेरे शानदार क्रेडिट स्कोर (800 से अधिक) ने बैंक को मुझे नौकरी देने में प्रमुख भूमिका निभाई। विशेषज्ञों का कहना है कि BFSI (बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा) क्षेत्र में क्रेडिट रिपोर्ट की समीक्षा आम है। इसके अलावा, अन्य क्षेत्रों में भी यह प्रक्रिया बढ़ रही है।
अच्छे क्रेडिट स्कोर से ऑटो, स्वास्थ्य और अन्य बीमा पॉलिसियों के प्रीमियम में काफी छुट मिलती है। एथिना क्रेडएक्सपर्ट के संस्थापक सतीश मेहता ने कहा कि इंश्योरेंस कंपनियां क्रेडिट स्कोर का उपयोग जोखिम मूल्यांकन के लिए करती हैं। उच्च क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को कम जोखिम वाला माना जाता है, इसलिए उन्हें प्रीमियम में छूट दी जाती है। कुछ स्वास्थ्य बीमा कंपनियां ग्राहकों को 15% तक की छूट देती हैं।
हाई क्रेडिट स्कोर से ब्याज दर में छूट
हरियाणा के गुडगांव के रहने वाले ऋषि सेठ ने 2023 में होम लोन के लिए अप्लाई किया था। उनकी हाई क्रेडिट स्कोर (776) के कारण एक प्राइवेट बैंक ने 8.65% की ब्याज दर पर लोन स्वीकृत किया, जबकि अन्य बैंकों ने 9% की दर दी। इस बचत ने उन्हें 20 वर्षों में ₹5.8 लाख बचाने में मदद की। विशेषज्ञों के अनुसार, एसबीआई जैसे बैंक क्रेडिट स्कोर के आधार पर होम लोन की ब्याज दर में 20 से 80 बेसिस पॉइंट्स की छूट देते हैं।