नई दिल्ली:– सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, महिलाओं के शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर तिल होने से उनके अलग-अलग महत्व बताए गए हैं. अलग अलग अंगों पर तिल होने से महिलाओं की खूबसूरती और अधिक बढ़ जाती है. यह दिल शुभ और अशुभ दोनों प्रकार की हो सकते हैं. सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार शरीर के अंगों पर तिल होने का अलग-अलग अर्थ होता है. आज हम आपको महिलाओं की अंगों पर मौजूद तिल के बारे में बता रहे हैं. कि शरीर के किस अंग पर तिल होने से उसका क्या अर्थ होता है. आप भी जानिए कि शरीर के किस हिस्से पर तिल का क्या अर्थ है.
नाक पर तिल :
यदि किसी महिला की नाक पर तिल होता है तो वह बहुत भाग्यशाली मानी जाती है. ऐसी महिला अपने भाग्य के भरोसे अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल करती है.
हथेली पर तिल :
जिन महिलाओं की हथेली पर तिल होता है. ऐसी महिलाओं के जीवन में धान की कमी नहीं रहती. एक समय बाद उनके पास सदैव ही अच्छी मात्रा में धन बना रहता है.
मस्तक पर तिल :
जिन महिलाओं की मस्तक पर तिल होता है वह महिलाएं बहुत सौभाग्यशाली होती हैं. ससुराल में इनका जीवन बहुत सुखी व्यतीत होता है.
गालों पर तिल :
जिन महिलाओं के गालों पर तिल होता है. ऐसी महिलाएं बहुत समृद्ध होती हैं. इनका जीवन सभी सुख सुविधाओं से पूर्ण रूप से सुसज्जित होता है.
कान पर तिल :
जिन महिलाओं के कानों पर तिल होता है ऐसी महिलाएं बहुत ही विनम्र स्वभाव की होती हैं. एवं ऐसी महिलाएं सदैव अपने पति, पिता और ससुराल में सब की आज्ञाकारी भी होती हैं.
होठों पर तिल :
जिन महिलाओं की होठों पर तिल होता है ऐसी महिलाएं काफी कंजूस स्वभाव की होती है.
पैरों पर तिल :
जिन महिलाओं की पैरों पर तिल होता है ऐसी महिलाएं साक्षात लक्ष्मी का स्वरूप होती है. यह जिस घर में भी जाती हैं वहां धन-धान्य, संपदा की कोई कमी नहीं रहती.
छाती पर तिल :
जिन महिलाओं की छाती पर तिल होता है तो ऐसी महिलाओं को उत्तम संतान की प्राप्ति होती है. इनकी संतान सदैव ही इनके लिये आज्ञाकारी रहती है.
हाथ में तिल :
जिन महिलाओं के हाथ में तिल होता है ऐसी महिलाएं पाक कला में काफी होशियार होती हैं. इनका भोजन इतना स्वादिष्ट होता है जैसे साक्षात अन्नपूर्णा देवी की कृपा हो.
पीठ पर तिल :
जिन महिलाओं की पीठ पर तिल होता है ऐसी महिलाएं बहुत आक्रमक स्वाभाव की होती हैं. इनका क्रोध सभी सीमा पार कर देता है