नई दिल्ली: टीवी न्यूज़ पेपर , वेब साइट यू ट्यूब न्यूज़ और कई सारे सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर आप दिन भर हिंडनबर्ग के बारे में सुन ही रहे है पर क्या आपको पता है कि हिडेनबर्ग क्या है. आखिर क्या है इसके इसके रिसर्च में जिसने भारत देश के नामी बिज़नेसमेन की टोपी उतार रखी है.
सबसे पहले हिडनबर्ग नाम कहा से आया ये जान लेते है। बात साल 1937 की है। जब जर्मनी में हिटलर का शासन हुआ करता था उसी दौर में बिना जेट इंजन वाले स्पेसशिप यानी हाड्रोजन गैस के गुब्बारे से चलने वाला स्पेशिप जिसका नाम हिंडनबर्ग था। जब यह स्पेसशिप हवाई सफर कर रहा था तो अमेरिका के न्यूजर्सी के लोग जमीन से आसमान निहार रहे थे तभी उन्हें आसमान में कुछ नजर आया।
लोगों ने देखा की हिंडनबर्ग स्पेशिप में आग लग गयी और बड़ा धमाका हुआ, लोगों की चीखने की आवाज आयी और देखते ही देखते हिंडनबर्ग स्पेशशीप और उसमे सवार यात्री आसमा से जमीं की तह पर धड़ाम हो गए। इस दर्दनाक घटना में कुल 35 लोगों की जान चले गयी। जिसके बाद इस घटना के पीछे जांच शुरू हुई जिसमे पाया गया कि यह हइड्रोजन गैस बलून से चलने वाले स्पेशिप में 16 गैस के गुब्बारे थे और क्षमता से अधिक यानी 100 लोग इसमें सवार थे जिसकी वजह से यह दुर्घटना हुई थी।
कौन है हिंडनबर्ग के फॉउंडर
इसी घटना के बाद 2017 में हिंडनबर्ग नाम की एक रिसर्च कंपनी की शुरुआत हुई. हिंडनबर्ग के फाउंडर का नाम नाथन एंडरसन है। नाथन यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टीकट से इंटरनेशनल बिजनेस में ग्रेजुएट है। इस सख्स ने एशिया के सबसे के सबसे बड़े और दुनिया के चौथे बड़े व्यक्ति को अर्श से फर्श पर ला दिया है।
हिंडनबर्ग कंपनी के क्या कार्य ?
हिंडनबर्ग एक ऐसी शोध कंपनी है जो शेयर बाजार, क्रेडिट, डेरिवेटिव मार्केट के आकड़ो पर नजर रखती है। उसका विश्लेषण करती है। हिंडनबर्ग इस बात पर नजर रखती है कि कहीं शेयर मार्केट में कोई कंपनी गलत तरीके से मुनाफा तो नहीं कमा रही है। क्या कहीं शेयर मार्केट में पैसा लगाने वाले निवेशक किसी स्कैम का शिकार तो नहीं हो रहे है। इस कंपनी का मूल उद्देश लोगो को वित्तीय हादसे के शिकार होने से बचाना है। यह कंपनी शेयर बाजार में मौजूद मुनाफादार कंपनियों के खिलाफ शर्त लगाती है। और उनके शेयर गिराकर मुनाफा कमाती है। किसी भी कंपनी को टारगेट कर उसके ऊपर रिसर्च करना , उसकी गड़बड़ी निकालना , उसके अकाउंट मैनेजमेंट का खाखा तैयार कर रिपोर्ट को पब्लिश कर दिया जाता है।
अब तक इन कंपनियों का हो चुका है खुलासा
हिंडनबर्ग ने अडानी समूह ही नहीं बल्कि साल 2020 में करीब 16 कंपनियों के रिपोर्ट जारी किए थे। इन रिपोर्ट के कारण ही कंपनियों के शेयरों में 15 फीसदी की गिरावट आई थी। हिंडनबर्ग ने Nikola , Genius Brand, Ideanomics , विंस फाइनेंस, जीनियस ब्रांड्स, SC Wrox, एचएफ फूड, ब्लूम एनर्जी, , ट्विटर इंक जैसी कंपनियों के खिलाफ रिपोर्ट तैयार किये हैं। शेयर गिराने के बाद इन कंपनियों के शेयरों को शॉर्ट सेलिंग करके कमाई भी की है।