यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्शन शिकागो के अनुसार एक बार दांतों में कैविटी हो जाने पर आप घर पर ही इसका इलाज नहीं कर सकते। इसका इलाज डॉक्टर द्वारा ही संभव है, लेकिन आपको कैविटी न हो, इससे बचाव के लिए आपको कुछ चीजों का ध्यान रखने की जरूरत है। एक अध्ययन में यह भी पाया गया है कि जिन लोगों के आहार में विटामिन-डी की कमी होती है, उनमें कैविटी की समस्या अधिक देखी जाती है।
दांतों में कैविटी होने के कारणदांतों में कैविटी होने के कारणइन कारणों से हो सकती है दांतों में कैविटी, जिनमें शामिल हैंःमुंह सूखना या ऐसी चिकित्सीय स्थिति होना, जिससे मुंह में लार की मात्रा कम हो।ऐसे खाद्य पदार्थ, जो दांतों से चिपक जाते हैं, जैसे कैंडी और चिपचिपे खाद्य पदार्थ।सोडा, अनाज और आइसक्रीम जैसे पदार्थों का सेवन।पेट में जलन (एसिड के कारण)।दांतों की सफाई ठीक से न करना।
दांतों की सफाईदांतों की सफाईदांतों के किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से बचने के लिए उसकी नियमित साफ-सफाई बहुत जरूरी है।दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें और नियमित तरीके से फ़्लॉस का उपयोग करें।विटामिन-डी का सेवन है जरूरीविटामिन-डी का सेवन है जरूरीआपके द्वारा खाए गए भोजन से कैल्शियम और फॉस्फेट को अवशोषित करने में विटामिन-डी की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके लिए आप दूध और दही, अंडों जैसे उत्पादों के सेवन से विटामिन-डी प्राप्त कर सकते हैं।
फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का इस्तेमालफ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का इस्तेमालफ्लोराइड टूथपेस्ट का नियमित उपयोग करना दांतों को कैविटी से बचाने में मदद करता है। फ्लोराइड वास्तव में एक महत्वपूर्ण तत्व है, जो दांतों की स्वास्थ्य के लिए अत्यंत जरूरी है। यह दांतों को कई और भी इंफेक्शन से बचाता है।मीठे से दूरी बनाएंमीठे से दूरी बनाएंमीठे का सेवन कैविटी को पैदा करने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। दिनभर में लेने वाले कुल कैलोरी में 10 प्रतिशत से ज्यादा मीठे का सेवन नहीं होना चाहिए। कोशिश करें कि आप शुगर फ्री खाद्य पदार्थों का सेवन करें। सोडा, कुकीज और कैंडी आदि से दूर रहें।