गौरेला, पेंड्रा मरवाही: नागरिकों की सुरक्षा व सहायता करने हेतु पुलिस मुख्यालय स्तर पर *समर्पण योजना* के तहत आज दिनांक 1 अक्टूबर 2021 को अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस के अवसर पर जीपीएम पुलिस के द्वारा जिला के वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा एवं सहायता हेतु कार्यक्रम का आयोजन गौरेला पुलिस कंट्रोल रूम के सभागार में किया गया। जंहा गौरेला, पेंड्रा एवं मरवाही से आये वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान पुलिस अधीक्षक द्वारा पुष्प गुच्छ से किया गया।
जीपीएम एसपी त्रिलोक बंसल ने अपने उदबोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति में बड़ों का सम्मान करना बहुत ही पवित्र और पुण्य का काम माना गया है, विश्वपटल पर प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक सम्माननीय है। जिनके आशीर्वाद से हम हमेशा सदमार्ग पर चल कर उन्नति प्राप्त करतें हैं। समाज के निर्माण में, परिवार हो या देश वरिष्ठ नागरिकों की भूमिका बरगद पेंड के समान होती है। समाज मे जो बच्चे अपने माता-पिता या बड़े बूजुर्गो का सम्मान नही करते उन्हें कभी समाज स्वीकार नही करता है। आज-कल बदलते परिवेश में देखा गया है कि पारिवारिक विवाद जमीन जायजाद के लिए बढ़ गया है। ऐसे स्थिति में परिवारों को जोड़ के रखने का काम भी घर के बड़े बुजुर्ग ही करते हैं ।
बंसल ने सभागार में मौजूद सभी वरिष्ठजनों को उनके अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी औऱ बताये कि धारा 05 के तहत एसडीएम के यहां आवेदन / शिकायत प्रस्तुत कर सकते हैं यदि एसडीएम किसी प्रकरण में आदेश कर चुका हुआ है। फिर उसकी अपील नहीं हो सकती। यदि वरिष्ठ नागरिक की शिकायत पर एसडीएम द्वारा कार्यवाही नहीं की जाती है। तो उस प्रकरण की अपील कलेक्ट्रेट में की जा सकती है। किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक आवेदन स्वयं दे सकते हैं यदि वे स्वयं नही चाहते तो किसी व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि बनाकर आवेदन करवा सकते हैं। साथ ही यह भी बताए कि कानूनन बच्चों को अपने बुजुर्गों का भरण-पोषण सामान्य जीवन की व्यवस्था किया जाना अनिवार्य हैं भरण पोषण का अर्थ भोजन, कपड़ा एवं मेडिकल की व्यवस्था बच्चों को ही करनी होती है।
जीपीएम पुलिस ने वरिष्ठ नागरिक सम्मान कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठों से सुझाव भी मांगे जिसमे वरिष्ठों ने अपने-अपने सुझाव भी पुलिस के सामने रखते हुए उपस्थित वरिष्ठ नागरिक ने बताया कि समाज में प्रत्येक तबके के लोग हैं जिन वरिष्ठ नागरिकों को समस्या है हम सभी वरिष्ठ नागरिक जन जाकर समस्या सुनकर उसके बाद उक्त परेशानी के निराकरण करने का प्रयास करें। कानूनी कार्यवाही के दौरान काफी मानसिक अवसाद झेलना पड़ता है उन सबसे बचने के लिए सक्षम वरिष्ठ जन एक समिति बनाकर उन सब की परेशानियों को दूर करें।प्रत्येक तबके के लोगों को जिन्हें कोई समस्या है। ऐसी परेशानियों के लिए वरिष्ठ लोगों को आपस मे मिलकर सामाजिक रूप से प्रकरण का निराकरण करना चाहिए ।
इस अवसर पर जिले के विभिन्न स्थानों से आये वरिष्ठ नागरिकगण, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गौरला, रक्षित निरीक्षक थाना प्रभारी गौरेला एवं पुलिस स्टाफ मौजूद रहा।