नई दिल्ली : भारत में किसान अक्सर शिकायत करते हैं परंपरागत तरीके से खेती करने पर उन्हें मुनाफा नहीं हो रहा है. ऐसे में विशेषज्ञों द्वारा किसानों को खेती के साथ-साथ कृषि से जुड़े कुछ अन्य व्यवसायों की तरफ रुख करने की सलाह दी जाती रही है. इन व्यवसायों के माध्यम से किसान भाई अच्छा-खास लाभ कमा कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं.
किसान भाई जानकारियों की कमी की वजह से खेती के साथ-साथ अन्य व्यवसायों की तरफ रुख नहीं कर पाते हैं. एक तो पैसे की कमी दूसरी सरकारी योजनाओं और लोन की सुविधा को लेकर पर्याप्त जानकारी ना होने के कारण किसान भाई इस क्षेत्र हाथ नहीं आजमा पाते हैं.
पशुपालन और डेयरी उद्योग
खेती के साथ-साथ किसान भाई पशुपालन कर भी अच्छा-खासा मुनाफा कमा सकते हैं. इस वक्त गांवों में डेयरी बिजनेस का बेहद तेजी से विकास हो रहा है. ऐसे में अगर क्षेत्र में किसान भाई हाथ आजमाना चाहते हैं तो सरकार की तरफ से उन्हें सस्ते रेट पर लोन और सरकार की तरफ से सब्सिडी प्रदान की जाती है. इसके अलावा कई सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाएं डेयरी उद्योग के लिए 10 लाख रुपए तक की लोन सुविधा उपलब्ध कराती हैं.
बकरी पालन
डेयरी उद्योग के अलावा गांवों में बकरी पालन के व्यवसाय में अच्छा खासा पैसा है. इस व्यवसाय को बेहद कम पैसे में भी शुरू किया जा सकता है. इसके रखरखाव में गाय और भैंसों के मुकाबले बेहद कम खर्च आता है. बकरी पालन दो उद्देश्यों से किया जाता है. एक मांस के लिए तथा दूसरा दूध के लिए. ऐसे में इस व्यवसाय से डबल मुनाफा कमाने का मौका मिल जाता है.
मुर्गी पालन
आजकल अंडे और चिकन की मांग बाजार में बढ़ती जा रही है. इसे देखते हुए मुर्गी पालन बिजनेस मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है. किसान इस व्यवसाय की तरफ रुख करें इसके लिए सरकार ने भी कई तरह की योजनाएं लॉन्च की है. इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को इस बिजनेस के लिए सब्सिडी और बैंकों से सस्ते रेट पर लोन लेने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है.
मछली पालन
बाजार में मछली के मांस, तेल की बहुत मांग रहती है. मछली पालन बिजनेस में काफी संभावनाएं हैं. साथ ही एक बार व्यवसाय सफल हो गया तो मुनाफा भी काफी है. बता दें सरकार की तरफ मछली पालकों की सहायता के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की भी शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत किसान भाई क्रेडिट कार्ड पर बैंक से तीन लाख तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं.
मधुमक्खी पालन
मधुमक्खी पालन से भी किसान भाई अच्छी कमाई कर सकते हैं. इसके लिए राज्य सरकारें अपने स्तर पर योजना के तहत इसे प्रोत्साहित करती है. उद्यान विभाग की तरफ से भी कई संस्थानों द्वारा मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके अलावा केंद्र सरकार मधुमक्खी पालन पर 80 से 85 प्रतिशत तक सब्सिडी भी देती है.