गौरेला पेंड्रा मरवाही:- जीपीएम जिले में जोरदार बारिश और ओलावृष्टि से तापमान में जरूर कमी आई है लेकिन ओलावृष्टि के बाद किसानों की चिंता बढ़ गई है. क्योंकि किसानों को अब अपने सामने चारों तरफ नुकसान ही नुकसान नजर आ रहा है. किसानों के खेत में लगी फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. पौधे पर लगे हरे टमाटर जमीन पर गिरे हुए हैं. अगले 10 दिन में जो फसल उन्हें पककर मिलने वाली थी वो बर्बाद हो गई है. धान की खड़ी फसलों में लगी बालियां भी सफेद हो गई है.
बारिश और ओले से किसानों की फसल बर्बाद: जीपीएम में सोमवार को 2 घंटे तक तेज बारिश, आंधी तूफान और ओलावृष्टि हुई. बारिश से ज्यादा ओले गिरे. इस बारिश से लोगों को भीषण गर्मी में राहत मिली. तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 25 डिग्री पर पहुंच गया. लेकिन ये बारिश और ओले किसानों के लिए बर्बादी लेकर आए.
धान, सब्जी की फसल हुई खराब: पेंड्रा सहित आसपास के कई गांव में ओले गिरने के साथ-साथ तेज बारिश हुई. अमरपुर गांव में भारी ओलावृष्टि के चलते मुख्यमार्ग और खेतों में ओले की मोटी परत जम गई. जिससे धान सहित सब्जियों की भी फसल खराब हो गई.
काफी नुकसान हुआ है. पौधों में पत्तियां नहीं है. कम से कम डेढ़ घंटे ओले गिरे. पूरी फसल तबाह हो गई है. कुछ रह ही नया गया है. चार एकड़ में टमाटर लगाया था. बढ़िया फल आ रहे थे. 10 दिन में पूरी फसल हाथ में आने वाली थी. प्रशासन की तरफ से कोई नहीं आया. – शिव नारायण तिवारी, किसान
ओला से पूरी फसल खत्म हो गई है. सिर्फ 10 प्रतिशत मिलेगी फसल. धान की बालियां सफेद हो गई है. अब उसमें दाना नहीं आएगा. 2 घंटे पानी से ज्यादा ओला गिरा. पूरी फसल बर्बाद हो गई. सरकार से मुआवजा मिलना चाहिए. -राम किशोर पटेल, किसान
सरकार से मुआवजे का मरहम लगाने की मांग: फसल बर्बाद से परेशान किसान अब सरकार से आस लगाए हुए हैं. हालंकि किसानों का कहना है कि अब शासन प्रशासन को कोई भी आदमी उनकी समस्या जानने नहीं पहुंचा हैं. परेशान किसानों से सरकार से मुआवजा की मांग की है.
जिले में 1615.48 हेक्टेयर में धान की खड़ी फसल है. बाकी जगह गेहूं और चना लगाया गया है. बारिश से क्षति का आंकलन अभी नहीं मिला है. शासन से निर्देश मिलने के बाद किसानों को मुआवजा दिलाया जाएगा. – एस एस पैकरा, एसडीओ, कृषि विभाग
जानकारी के अनुसार पेंड्रा, सेंवरा, अमरपुर, भदौरा, सहित कई गांवों में बारिश और ओले पड़ने से आम, तेंदू, जामुन, टमाटर, लौकी, भिंडी बरबटी, गवार फली, धान, गेंहू, उड़द, मूंग, जैसी कई फसलों को नुकसान पहुंचा है.