नई दिल्ली : – ऑनलाइन फूडस डिलीवरी कंपनी जौमेटो इन दिनों मुसीबत में फंस गई है। जौमेटो पर सरकार के 803 रुपये के घोटाले का आरोप है। दरअसल ऑनलाइन ऑर्डर के द्वारा खाने पीने का सामान पहुंचाने वाली कंपनी जौमेटो को जीएसटी विभाग की ओर से 803 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा गया है। इस नोटिस में ब्याज और जुर्माना दोनों शामिल है। जौमेटो ने शेयर मार्केट को दी गई जानकारी में ये बताया है कि डिलीवरी चार्ज पर ब्याज और जुर्माने के साथ जीएसटी का भुगतान नहीं करने के कारण कंपनी को ये नोटिस मिला है।
जौमेटो ने जानकारी दी है कि वे उचित प्राधिकरण के सामने अपील दायर करेगी, क्योंकि कंपनी का मानना है कि उनका मामला काफी मजबूत है। जौमेटो ने कहा है कि कंपनी को 12 दिसंबर 2024 को एक आदेश प्राप्त हुआ है। जिसमें 29 अक्टूबर, 2019 से 31 मार्च, 2022 की अवधि के लिए सीजीएसटी और सेंट्रल एक्साइज, ठाणे आयुक्तालय, महाराष्ट्र के संयुक्त आयुक्त द्वारा पारित की गई है। इसमें लागू ब्याज के साथ 401,70,14,706 रुपये के जीएसटी की डिमांड और 401,70,14,706 रुपये के जुर्माने की बात को स्वीकार किया है।
कंपनी ने इस बारे में कहा है कि हमारा मानना है कि हमारा दावा और हमारा मामला दोनों ही काफी मजबूत है, जो हमारे बाहरी कानूनी और टैक्स एक्सपर्ट्स की राय के द्वारा समर्थित है। साथ ही कंपनी महत्वपूर्ण अथॉरिटी के सामने आदेश के खिलाफ अपील दायर करने वाली है।
क्यों जारी किया जाता है नोटिस
देश की सभी कंपनियों को हर सर्विस और प्रोडक्ट पर टैक्स का भुगतान करना होता है, जिसे जीएसटी कहा जाता है। कभी कुछ कंपनियां ऐसी भी होती है, जो जीएसटी का समय पर भुगतान नहीं कर पाती है। जीएसटी का समय पर भुगतान ना करने के कारण जीएसटी अथॉरिटी उस कंपनी पर जुर्माना और ब्याज दोनों लगाती है। साथ ही आपको ये भी बता दें कि जुर्माना जीएसटी भुगतान ना करने पर लगता है और ब्याज जीएसटी की राशि पर लगता है। फूड डिलीवरी कंपनी जौमेटो के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है, जिसके कारण कंपनी को जीएसटी विभाग की ओर से 803 करोड़ रुपये का नोटिस जारी हुआ है।