नई दिल्ली:– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कल नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक की गई। जिसमें देश भर के कई मुख्यमंत्री ने हिस्सा लिया। इस बैठक का आयोजन राष्ट्रपति भवन के कल्चरल सेंटर में किया गया था। पीएम मोदी ने नीति आयोग की 9वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की महत्वाकांक्षा को साझा किया।
उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है। आने वाला ये दशक बदलाव का होने वाला है। इस पूरे दशक में तकनीकी और भू-राजनीतिक अवसर आने वाले हैं। देश को अपनी नीतियों को अंतरराष्ट्रीय निवेश के अनुकूल बनना चाहिए। इस बैठक में विकसित भारत@ 2047 पर विजन डॉक्यूमेंट पर भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाली है। यह लक्ष्य 2047 तक पूरा होगा। जब भारत 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
इस बैठक में विपक्ष की नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जमकर बवाल काटा। उन्होने आरोप लगाया कि उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि 5 मिनट बोलने के बाद उनका माइक बंद कर दिया गया। बाद में दीदी के इस दावे को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूरी तरह से नकार दिया।
ममता बनर्जी के आरोपों पर सीतारमण ने कहा, ‘सीएम ममता नीति आयोग की बैठक में शामिल हुईं। हम सभी ने उन्हें सुना। हर मुख्यमंत्री को अलॉट किया हुआ समय दिया गया जो हर टेबल पर लगी स्क्रीन पर दिखाई दे रहा था। उन्होंने मीडिया में कहा कि उनका माइक बंद कर दिया गया था। यह पूरी तरह से झूठ है। उन्होंने आगे कहा, ‘हर मुख्यमंत्री को बोलने के लिए उचित समय दिया गया था।यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने दावा किया कि उनका माइक बंद कर दिया गया था, जो सच नहीं है। उन्हें झूठ पर आधारित नैरेटिव गढ़ने के बजाय सच बोलना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी ने कहा, ‘पार्लियामेंट में कोई कहता है मेरा माइक बंद कर दिया जाता है, कोई कहता है मुझे बोलने नहीं दिया जाता। ये कहीं ना कहीं अफवाह है और जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। मैं उस मीटिंग में नहीं था लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि ऐसा नहीं हुआ होगा।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि ममता कह रही हैं वह पूरी तरह से मिसलीडिंग है। उन्होंने खुद कहा कि वह जल्दी निकलना चाहती हैं इसलिए उन्हें पहले बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्हें पूरा समय दिया गया। उनकी घंटी भी नहीं बजी थी। उन्होंने अपनी बात कही। फिर वह बाहर आ गईं और वही किया जो उन्हें करना था। अफसोस की बात है।
वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता को पता था कि बैठक में क्या होने वाला है और वह पहले से ही तैयारी करके गई थीं। चौधरी ने उन पर राहुल गांधी से ईर्ष्या करने का भी आरोप लगाया। उनका कहना था कि राहुल को राष्ट्रीय राजनीति में मिलते महत्व से ममता जलन महसूस कर रही हैं।