नई दिल्ली: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद बुरी तरह लड़खड़ाने वाले अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने जोरदार वापसी की है। एक बार फिर से वह 100 अरब डॉलर क्लब में शामिल हो गए हैं। 2023 में अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की आंच से उनकी संपत्ति 130 अरब डॉलर से गिरकर 50 अरब डॉलर तक आ गई थी।
ब्लूमबर्ग समाचार एजेंसी के अनुसार अडानी की कुल संपत्ति बुधवार को बढ़कर 100.7 बिलियन डॉलर हो गई, जिससे वह दुनिया के 12वें सबसे अमीर शख्स बन गए। अडानी इस साल के टॉप गेनर्स की लिस्ट में हैं और अब तक उनकी संपत्ति में 16.4 अरब डॉलर वापस आ गए हैं।
शेयरों में हेरफेर और धोखाधड़ी के आरोपों के बाद अडानी की संपत्ति में 80 बिलियन डॉलर से अधिक की गिरावट आ गई थी, लेकिन उसके बाद इसमें फिर से बढ़ोतरी हुई है। 2023 में ही अडानी ग्रुप को अपने मार्केट कैप में 150 अरब डॉलर से अधिक की सेंध लग गई थी। निवेशकों और ऋणदाताओं को लुभाने, कर्ज चुकाने और रेगुलेटरी चिंताओं को दूर करने के लिए अडानी ने दिन-रात एक कर दिए।
समूह ने जीक्यूजी पार्टनर्स एलएलसी सहित प्रमुख निवेशकों से नई इक्विटी पूंजी हासिल की। राजीव जैन के जीक्यूजी पार्टनर्स एलएलसी ने पिछले साल अडानी ग्रुप की कंपनियों में लगभग 4 अरग डॉलर का निवेश किया, जबकि कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने लगभग 500 मिलियन डॉलर का निवेश किया और टोटलएनर्जीज एसई ने अडानी ग्रीन एनर्जी के साथ एक ज्वांट वेंचर पर 300 मिलियन डॉलर का दांव लगाया।