नई दिल्ली:– 25 दिसंबर को ईसाइयों का प्रमुख त्योहार क्रिसमस मनाया जाता है. क्रिसमस का यह त्योहार क्रिसमस ट्री के बिना अधूरा है. ईसाई धर्म में इस पेड़ की बहुत मान्यताए हैं. लेकिन ईसाई धर्म में ही नहीं, बल्कि हिंदू धर्म में भी इसको बहुत खास माना जाता है. बहुत सुंदर से दिखने वाले इस पेड़ के अनेकों आयुर्वेदिक फायदे भी हैं. कई तरह की बड़ी बीमारियों के इलाज में क्रिसमस ट्री को काम में लिया जाता है.
क्रिसमस ट्री का वास्तु शास्त्र में बड़ा महत्व है. इस पेड़ में धन की देवी लक्ष्मी जी का वास होता है. इस पौधे को बुरी आत्माओं को भगाने वाला पौधा भी कहा गया है. इसके अलावा क्रिसमस ट्री के पेड़ को “स्वर्ग वृक्ष” भी कहा जाता है.
वास्तु के अनुसार धार्मिक महत्वधर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि वास्तु शास्त्र के अनुसार, क्रिसमस ट्री को समृद्धि वाला पौधा कहा गया है. इस पौधे को घर, चौक, आंगन में उत्तर पूर्व की दिशा में लगाना अच्छा होता है. क्रिसमस ट्री में धन की देवी लक्ष्मी का वास बताया गया है. इस पौधे को घर, चौक, आंगन में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार, क्रिसमस ट्री का पौधा लगाना शुभ माना गया है.
औषधीय गुणों से भरपूरआयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि क्रिसमस ट्री के तने और फल का बना काढ़ा सांस, मानसिक तनाव, और यूरिन से जुड़ी समस्याओं में आराम देता है. इस पौधे का काढ़ा पीने से शरीर की सूजन खत्म होती है और किडनी, पेट, और यूरिन से जुड़ी परेशानियां भी दूर हो जाती है. इसके अलावा क्रिसमस ट्री के पेड़ से आने वाली सुगंध काफी अच्छी होती है. इसकी सुगंध से तनाव कम होता है. इसमें बैक्टीरिया, कीड़े, और कवक को दूर भगाने के गुण होते हैं. इसलिए इसे आंगन में जरूर लगाना चाहिए.