नई दिल्ली. 5 अगस्त 2016 को जारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) के लिए आरबीआई ने फाइनल रिडेंप्शन प्राइस का ऐलान कर दिया है. आरबीआई ने कहा है कि उस एसजीबी के 6,938 रुपये प्रति ग्राम का मूल्य दिया जाएगा. इसका मतलब है कि गोल्ड बॉन्ड होल्डर्स को 122 फीसदी का फायदा होगा. अगस्त 2016 में एसजीबी 3,119 रुपये प्रति ग्राम की कीमत पर जारी किए गए थे. इसकी फाइनल रिंडेप्शन डेट 5 अगस्त है.आरबीआई ने एक सर्कुलर जारी कर इसकी सूचना दी है. एसजीबी की कीमत बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड द्वारा 999 शुद्धता वाले सोने की 3 दिन की प्रकाशित वैल्यू के सामान्य औसत के आधार पर तय की जाती है
. इसके लिए सब्सक्रिप्शन शुरू होने से ठीक पहले वाले सप्ताह के 3 दिनों को चुना जाता है. बांडधारकों को 2.5 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर की भी पेशकश की जाती है, जिससे यह योजना एक आकर्षक निवेश विकल्प बन जाती है.ये भी पढ़ें- GST पोर्टल बनाने वाले को थमा दिया 32000 करोड़ की टैक्स चोरी का नोटिस, फिर अगले ही दिन…
आगे जारी रहेगी या नहीं योजनायह योजना आगे जारी रहेगी या नहीं इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. मनीकंट्रोल ने एक सूत्र के हवाले से कहा है कि एसजीबी योजना राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए सबसे महंगे उपकरणों में से एक है और केंद्र सरकार इस पर “समग्र निर्णय” लेगी कि इस योजना को आगे भी जारी रखा जाए या नहीं. अधिकारी ने कहा कि अगर केंद्र एसजीबी को बंद करने का फैसला करता है तो वह फिलहाल किसी वैकल्पिक योजना के साथ इसे बदलने पर विचार नहीं कर रहा है.
अधिकारी ने बताया कि सॉवरेन गोल्ड बांड के माध्यम के जरिए फिस्कल डेफिसिट को कम करने पर जो खर्च आ रहा था वह ज्यादा है जबकि एसजीबी के माध्यम से फिजिकल गोल्ड पर निर्भरता घटाने का खर्च कम. उन्होंने कहा कि यह कोई सोशल स्कीम नहीं है बल्कि इन्वेस्टमेंट प्लान है. हाल ही में, बाजार में सुधार और बजट 2024 में घोषित सोने पर सीमा शुल्क में 9 प्रतिशत अंक की कटौती के केंद्र के कदम के बाद एसजीबी निवेशकों के बीच कुछ हद तक चिंता देखी गई है. निवेशकों को डर है कि सोने की योजना पर उनके निवेश से कम रिटर्न मिल सकता है.