
अरमान रज़ा सरगुज़ा
महामहिम राज्यपाल सुश्री अनसुईया उइके शनिवार को दीक्षांत समारोह के पश्चात सर्किट हाउस में आम जनता की समस्याएं सुनी। लगभग 500 से अधिक ग्रामीणों ने अपनी समस्या से राज्यपाल को अवगत कराया।
महाविद्यालयों में नियुक्त प्रयोगशाला परिचारकों के नियमितीकरण नहीं हो पाने, पेसा अधिनियम 1996 के तहत 42 जनजातियों द्वारा बनाये गए प्रारूप के अनुसार लागू करने, 2009 से कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के नियमितीकरण, सेवानिवृत्ति पश्चात स्वत्वों के भुगतान न हो पाने, अंशकालीन कर्मचारियों के नियमितीकरण, आर्थिक सहायता, महाविद्यालय की परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से कराने, कोविड काल मे कार्य किये कर्मचारियों को नियुक्ति में प्राथमिकता, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण, नवीन कृषि महाविद्यालय की मांग, महामाया पहाड़ पर अवैध अतिक्रमण की शिकायत प्रमुख रही। राज्यपाल सुश्री उइके ने सभी मामलों पर विचार कर उचित निराकरण करने लोगों को आश्वस्त किया। सभी आवेदन परीक्षण कर निराकरण के लिए संबंधित विभागों को भेजा जाएगा।
इस अवसर पर जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के राज्यमंत्री श्रीमती रेणुका सिंह, कमिश्नर श्री जी.आर. चुरेन्द्र, कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा, एसपी श्री अमित तुकाराम काम्बले सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।