प्रधानमंत्री मोदी दो दिनों के गुजरात दौरे पर हैं. आज अपने दौरे के दूसरे दिन उन्होंने गुजरात को एक बड़ी सौगात दी. पीएम मोदी ने सुबह साढ़े 10 बजे गांधीनगर और मुंबई सेंट्रल के बीच स्वदेशी हाई-स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस के नए और अपग्रेडेड वर्जन को हरी झंडी दिखाई. ये देश में तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन होगी. इससे गांधीनगर और मुंबई सेंट्रल के बीच 500 किलोमीटर का सफर 5 घंटे 10 मिनट में पूरा हो जाएगा. उद्घाटन के बाद 30 सितंबर से ही लोग इस ट्रेन से यात्रा कर सकते है.
वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी गांधीनगर से कालूपुर रेलवे स्टेशन तक यात्रा भी करेंगे. जबकि दोपहर 12 अहमदाबाद मेट्रो परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे. इसके अलावा प्रधानमंत्री भावनगर में दुनिया के पहले सीएनजी टर्मिनल की आधारशिला भी रखेंगे. गुजरात में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं. लिहाजा माना जा रहा है कि चुनाव से पहले पीएम मोदी की तरफ से वंदे भारत ट्रेन के रूप में नई कनेक्टिविटी का तोहफा राज्य के लोगों को दिया जा रहा है.
क्यों खास है वंदे भारत ट्रेन
ये ट्रेन बुलेट ट्रेन से भी तेज एक्सीलरेशन 0-100 की रफ्तार महज 52 सेकेंड में पकड़ लेती है और यह एक्सीलरेशन में 3 सेकेंड आगे है. बुलेट ट्रेन 0-100 की रफ्तार पाने में 55 सेकेंड लगाती है.
वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी स्पीड, सेफ्टी और सर्विस के लिए जानी जाती है.
वंदे भारत एक्सप्रेस 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति तक चल सकती है
इसमें शताब्दी ट्रेन जैसी ट्रैवल क्लास हैं, जो पैसेंजर्स को बेहतर सर्विस देती हैं
सभी कोच में ऑटोमैटिक दरवाजे, एक जीपीएस आधारित ऑडियो-विजुअल यात्री सूचना प्रणाली, मनोरंजन के लिए ऑनबोर्ड हॉटस्पॉट वाई-फाई और बहुत ही आरामदायक बैठने की जगह हैं.
एग्जीक्यूटिव क्लास में रोटेटिंग कुर्सियां और बायो वैक्यूम शौचालय भी हैं.
पहले के मुकाबले क्या हुए बदलाव?
सीट्स को पहले से ज़्यादा कम्फर्टेबल और सॉफ्ट किया गया है.
नई वंदे भारत में 1128 सीटें हैं जिनमें 2 कोच में एग्जीक्यूटिव चेयर कार हैं.
नई वंदे भारत में कवच सिस्टम काम करेगा, जिसमें एक पटरी पर दो ट्रेन आते ही ब्रेकिंग सिस्टम काम करेगा.
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर कोच में दो इमरजेंसी विंडो दी गई हैं
हर कोच में 8 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं
आग की कंडीशन में अलार्म का सिस्टम काम करेगा
वंदे भारत ट्रेन सेल्फ प्रोपेल्ड सिस्टम पर काम करती है. ये सिस्टम लगभग हर दूसरे कोच के नीचे लगे होते हैं.
6000 एचपी की ताकत नई वंदे भारत को मिलेगी तो वहीं 100 km की स्पीड मिलने के बाद 12000 एचपी की ताकत नई वंदे भारत को मिलती है.
ड्राइवर केबिन में हाईटेक फीचर्स हैं, जहां ड्राइवर को सारी जानकारी डिजिटल मोड में मिलती रहती है.
ड्राइवर यात्री से और यात्री ड्राइवर से टाक बैक डिवाइस से बात कर सकेंगे.
दो रूट पर चलती है वंदे भारत
देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस फिलहाल दो रूटों नई दिल्ली-श्री वैष्णो देवी माता, कटरा और नई दिल्ली-वाराणसी के बीच चल रही है. गांधीनगर राजधानी और मुंबई के बीच शुरू की जा रही नई वंदे भारत एक्सप्रेस देश की तीसरी वंदे भारत ट्रेन है. इस साल की शुरुआत में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खजुराहो से भी वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन की घोषणा की थी. जल्द ही ये ट्रेनें पूरे देश में चलेंगी.