गुरुग्राम। रविवार को जिला देश के सबसे प्रदूषित छह शहरों की सूची में शामिल हो गया। भिवाड़ी, दिल्ली, फरीदाबाद, फतेहाबाद और ग्रेटर नोएडा के बाद गुरुग्राम की हवा में घातक प्रदूषक तत्वों से जहरीली रही। जिले का एक्यूआई 402 रहा। रविवार सुबह ही स्मॉग की चादर आंखों में जलन देने वाली रही। जहरीली हवा का सबसे ज्यादा शिकार कामकाजी युवा हो रहे हैं।
अस्पताल की ओपीडी में ज्यादातर युवा आंखों में जलन के साथ इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। सांसें उखड़ रही हैं। ज्यादातर प्रभावित लोग आंखों में जलन महसूस कर रहे हैं। डिजिटल डिवाइस का अधिक इस्तेमाल करने वाले लोगों पर इसका प्रभाव ज्यादा मिल रहा है। ऐसी स्थिति में आंखों में नमी की कमी के कारण खुजली, जलन और आंखों से लगातार पानी बहने की समस्या आ रही है। इसी तरह गले में सूखी खांसी दम फुला रही है। सुबह शाम स्मॉग के सीधे प्रभाव में आने वाले कामकाजी युवाओं में यह समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है।
जिला प्रशासन लगातार कूड़ा जलाने की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। चिकित्सकों का कहना है कि प्रदूषण से सांस रोगियों के साथ ही हृदय, शुगर और ब्लडप्रेशर के रोगियों को भी सतर्कता के साथ स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। प्रदूषण में लंबे समय तक सांस लेने से दिल पर भी दबाव पड़ता है। इसलिए घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर लगाएं। इससे बचाव होगा। नागरिक अस्पताल के चिकित्सक डॉ. मनीष राठी ने बताया कि मधुमेह, सांस, रक्तचाप और हृदय के रोगी अपनी दवा नियमानुसार लेते रहे।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अंजू कटियार का कहना है कि आंखों में जलन और खुजली की समस्या के काफी मरीज आ रहे हैं। चश्मा लगाकर रखने के साथ ही आंखों को ताजे पानी से धोते रहना चाहिए। व्यक्ति विशेष की समस्या अनुसार अलग अलग-दवा दे रहे हैं। लोग आंखें धोते रहें। बाहर निकलते समय चश्मे का प्रयोग करें। आई ड्रॉप आंखों में डालने से राहत मिलेगी।
जिले में बीते चार दिनों से प्रदूषण लगातार घातक स्थिति में है। पिछले दो दिनों से एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से ऊपर बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से रविवार को 230 शहरों का एयर बुलेटिन जारी किया गया। इसके अनुसार गुरुग्राम देश का छठा सबसे प्रदूषित शहर रहा। प्रदूषण के मामले में लगातार चार दिनों से हवा जानलेवा बनी हुई है। रविवार को छाया स्मॉग दोपहर में हल्की धूप के बाद छोड़ी देर छटा लेकिन फिर शाम होने से पहले सूरज भी स्मॉग में दिखाई नहीं दिया। विशेषज्ञों के अनुसार धुंध व ठंड के कारण प्रदूषित कण भारी होकर नीचे आ गए हैं। ऐसे में हवा न चलने के कारण यह प्रदूषक तत्व हवा में बने हुए हैं। इस कारण स्मॉग बढ़ रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप सिंह ने बताया कि हवा की गति पूरी तरह से थमी हुई है। इस कारण प्रदूषित कण एक जगह इकट्ठा हो रहे हैं। इससे प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। हम प्रदूषण संबंधित गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।
रविवार शाम केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से वायु गुणवत्ता सूचकांक की रिपोर्ट जारी की गई। इसमें दिल्ली के बाद फरीदाबाद, नोएडा, गुरुग्राम की हवा घातक स्थिति में रही। जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक 402 रहा। जिले के चार स्टेशन सेक्टर 51, ग्वाल पहाड़ी, टेरी विलेज और विकास सदन में लगे वायु गुणवत्ता सूचकांक से डेटा संकलित किया गया। इसमें टेरी और ग्वाल पहाड़ी का एक्यूआई 400 के स्तर को पार कर बेहद घातक स्थिति में पहुंच गया। सीपीसीबी के अनुसार इस स्तर के प्रदूषित हवा में सांस लेने पर स्वस्थ व्यक्ति की सांसें फूल सकती हैं। पहले से बीमारी से जूझने वाले लोगों का स्वास्थ्य घातक स्थिति में पहुंच सकता है। जिले में टेरी ग्राम का एक्यूआई 478 और इसके बाद ग्वाल पहाड़ी का एक्यूआई 426 रहा।