नई दिल्ली:– पेरिस पैरालंपिक में बुधवार का दिन भारत के लिए दोहरी स्वर्णिम सफलता लेकर आया। हरियाणा के तीरंदाज हरविंदर सिंह ने पुरुषों की रिकर्व ओपन स्पर्धा के फाइनल में पोलैंड के लुकास सिजेक को एकतरफा मुकाबले में 6-0 से पराजित कर स्वर्ण पदक जीता, तो देर रात क्लब थ्रो एफ-51 स्पर्धा में धरमबीर ने 34.92 मीटर का थ्रो फेंककर सोना का तमगा जीता।
इसी स्पर्धा में प्रणब सूरमा ने 34.59 मीटर की थ्रो के साथ रजत जीता तो महाराष्ट्र के सचिन सरजेराव खिलाड़ी ने पुरुषों की गोला फेंक (शाटपुट) एफ-46 स्पर्धा में एशियाई रिकार्ड साथ चांदी जीती।
स्वर्ण जीतने वाले पहले तीरंदाज बने हरविंदर
33 वर्षीय हरविंदर पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले तीरंदाज बन गए। पेरिस में तीरंदाजी में भारत का यह दूसरा पदक है। शीतल देवी और राकेश कुमार ने मिक्स्ड टीम कंपाउंड वर्ग में कांस्य जीता था।
34 वर्ष के सचिन ने दूसरे प्रयास में सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका और अपने ही एशियाई रिकार्ड 16.30 मीटर को तोड़ा। सचिन ने मई में जापान में हुई विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
पैरालंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 24 पदक जीत लिए हैं। भारत ने अब तक पांच स्वर्ण, नौ रजत और 10 कांस्य पदक जीते हैं। भारत ने टोक्यो पैरालिपिक में चार स्वर्ण सहित 19 पदक जीते थे। मंगलवार देर रात भारत ने एथलेटिक्स में पांच पदक जीते थे और कुल 20 पदक जीतकर कुल पदकों के मामले में टोक्यो के प्रदर्शन को पीछे छोड़ा था।