नई दिल्ली- मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सियासत तेज हो गई है इस बीच हम आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से उतारे गए दिग्गजों के क्या हाल है। क्योंकि यहां पर भारतीय जनता पार्टी ने तीन केंद्रीय मंत्री और चार लोकसभा सांसद समेत 10 दिग्गजों को मैदान में उतारा है इन सब की क्षेत्र में क्या हाल है हम आपको विस्तार से खबर में बताते हैं।
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है उससे पहले मध्य प्रदेश की राजनीति बदलती हुई दिख रही है। हर तरफ सबकी नज़रें नजरों में बस एक ही चीज है। कि किसी तरह से 17 नवंबर आए और मतदान शुरू हो मतदान हो फिर 3 दिसंबर को राजस्थान का मुखिया कौन होगा। मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला हो जाए।लेकिन उसके पहले हम आपको बता दे कि भारतीय जनता पार्टी ने 7 सांसदों को मैदान में उतारा है जिसमें से चार लोकसभा सांसद मैदान में तीन केंद्रीय मंत्री भी शामिल है। भारतीय जनता पार्टी सत्ता बचाने के लिए हर संभव मदद कर रही इतने प्रयास किया जा रहे है। कि एक के बाद एक केंद्रीय नेता मध्य प्रदेश को साधने के लिए मध्य प्रदेश की जनता को लुभाने के लिए मध्य प्रदेश पहुंच रहे है।
आपको बता दे कि भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में अपनी सत्ता को बचाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है भारतीय जनता पार्टी की तरफ से नए फार्मूले के तहत टिकट बांटे गए जिसमें केंद्रीय मंत्री और साथ सांसदों को मैदान में उतार दिया गया।बता दे कि पिछले हफ्ते तीन केंद्रीय मंत्री जिसमें से नरेंद्र सिंह तोमर पहलाद सिंह पटेल और फंगल सिंह को मैदान में उतर गया और सबसे बड़ी बात है। यह रही कि जहां पर 230 विधानसभा वाले मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी जीत के लिए पूरी कोशिश कर रही है। यह जो तीन केंद्रीय मंत्री मैदान में उतारे गए हैं। बताया जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है। कि इन्हीं में से एक मुख्यमंत्री पद का उम्मीद द्वारा होगा।
मध्य प्रदेश में 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी थी जिसके बाद कांग्रेस में तोड़ मरोड़ होने के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई थी 2018 में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले चुके थे लेकिन भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के कुछ नेताओं की वजह से स्ट्रांग कांग्रेस सरकार गिर गई थी जिसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शिवराज सिंह चौहान ने कमान संभाली।