नई दिल्ली :- हाल के समय में लॉन्च होने वाली अधिकांश कारों में कई प्रीमियम फीचर्स दिए जाते हैं, जिनमें से एक महत्वपूर्ण फीचर है Hill Hold Control। यह फीचर खासतौर पर पहाड़ी रास्तों पर ड्राइविंग के लिए बेहद उपयोगी होता है। न केवल यह चढ़ाई पर कार चलाने में मदद करता है, बल्कि पहाड़ों से उतरते समय भी सहायक साबित होता है। आइए जानते हैं कि यह फीचर कैसे काम करता है और पहाड़ी रास्तों पर ड्राइविंग के लिए यह क्यों इतना जरूरी है।
पहाड़ी रास्तों के लिए जरूरी है यह फीचर
हिल होल्ड संट्रोल (Hill Hold Control) जिसे हिल असिस्ट कंट्रोल भी कहा जाता है, अब अधिकांश नई कारों में मिलता है। यह फीचर एक ड्राइवर असिस्ट सिस्टम है, जो खड़ी पहाड़ियों पर कार चलाने में मदद करता है। कई बार पहाड़ी रास्तों पर गाड़ी को रोकने पर वह पीछे की तरफ लुढ़कने लगती है, लेकिन हिल होल्ड कंट्रोल की मदद से यह समस्या हल हो जाती है। यह फीचर ब्रेक लगाने के बाद भी गाड़ी को पीछे जाने से रोकता है।
कैसे काम करता है हिल होल्ड कंट्रोल?
जब आप किसी खड़ी चढ़ाई पर कार चला रहे होते हैं और अचानक ब्रेक लगाते हैं, तो सामान्यतः कार पीछे की तरफ लुढ़कने लगती है। लेकिन जिन कारों में हिल होल्ड कंट्रोल फीचर होता है, उनमें ब्रेक से पैर हटाने और एक्सेलेरेटर दबाने के बीच एक प्रेशर बनाए रखा जाता है, जिससे कार पीछे नहीं लुढ़कती। इस फीचर की वजह से आपको अतिरिक्त समय मिलता है, जिससे आप आराम से रेस दबाकर गाड़ी को आगे बढ़ा सकते हैं। जैसे ही आप गाड़ी को आगे बढ़ाते हैं, यह फीचर प्रेशर को रिलीज कर देता है।
हिल होल्ड कंट्रोल के फायदे
- पहाड़ी इलाके में ड्राइविंग: यह फीचर पहाड़ी रास्तों पर ड्राइविंग को आसान बना देता है, खासकर चढ़ाई वाले रास्तों पर।
- शहरी इलाके में फ्लाइओवर: शहरी इलाकों में फ्लाइओवर चढ़ते समय भी जब आप अचानक ब्रेक लगाते हैं, तो यह फीचर मदद करता है।
- पीछे लुढ़कने से बचाव: इस फीचर की वजह से आपकी गाड़ी पीछे की तरफ नहीं लुढ़कती, जिससे आप पीछे आ रही कार से टकराने से बच जाते हैं और आपका नुकसान नहीं होता।
हिल होल्ड कंट्रोल एक महत्वपूर्ण फीचर है, खासकर उन कारों के लिए जो पहाड़ी रास्तों या चढ़ाई वाले इलाकों में ड्राइव की जाती हैं। यह फीचर आपको गाड़ी को नियंत्रित रखने में मदद करता है और सुरक्षित ड्राइविंग अनुभव प्रदान करता है।