राजस्थान। गहलोत ने कहा कि यदि लोग उनके नाम पर वोट देंगे तो वो पद क्यों छोड़ेंगे। अशोक गहलोत की तरफ से यह बात कहने के बाद अब सभी की नजरें सचिन पायलट पर होंगी, जो कांग्रेस की जीत के बाद कमान मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
गहलोत ने एक इंटरव्यू में मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी पेश की। साथ ही भरोसा जताया कि इस बार राजस्थान में तीन दशक पुराना रिवाज बदल जाएगा। राजस्थान में पांच साल भाजपा और पांच साल कांग्रेस की परंपरा पर गहलोत ने कहा, ‘मुझे लगता है कि इस यह रिवाज बदल जाएगा। हमने पॉलिसी और प्रोजेक्ट पर बहुत अच्छा काम किया है। लोगों ने माना है कि राज्य के इतिहास में ऐसा काम कभी नहीं हुआ। राजस्थान मॉडल की अब दूसरे राज्यों में भी चर्चा हो रही है। यह रेगिस्तान राज्य है, जो सूखा प्रभावित और पिछड़ा है, लेकिन इसके बाद भी हम गर्वेंनस का मॉडल बने।’
अशोक गहलोत से पूछा गया कि वह मुख्यमंत्री हैं, लेकिन कांग्रेस का अगला मुख्यमंत्री पद का दावेदार कौन है? इस पर गहलोत ने कहा, ‘अभी मुख्यमंत्री पद पर बोलने की जरूरत नहीं है। हमारी पार्टी की विशेषता है कि हाई कमान जब किसी के पक्ष में फैसला करता है तो कोई भविष्य में उसे चुनौती नहीं देता।’
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने हाल ही में कहा था कि मुख्यमंत्री पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है और न ही छोड़ेगा। इसको लेकर किए गए सवाल के जवाब में गहलोत ने कहा, ‘मैं कह सकता हूं कि कौन अगला मुख्यमंत्री होगा या मैं सीएम नहीं रहूंगा। पार्टी हित में मैंने यह बात कही, ताकि दूसरे महसूस कर करें कि वो भी मुख्यमंत्री बन सकते हैं और कोई स्थायी सीएम नहीं है। इसका मतलब यह नहीं कि मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता। मुख्यमंत्री का सवाल तभी उठेगा, जब हम जीतेंगे। पार्टी तभी जीतेगी जब लोग जानते हैं कि हमें किसे वोट करना है। मैं पार्टी के लिए जगह खत्म नहीं कर सकता। अगर मैंने काम किया और पब्लिक कहती है कि मुख्यमंत्री ने अच्छा काम किया है और वो मेरे लिए वोट कर रहे हैं, मैं क्यों वो जगह खाली करूंगा। गहलोत ने कहा कि मैंने सोच-समझकर कहा है कि मुख्यमंत्री पद मुझे नहीं छोड़ेगा और लगता है नहीं छोड़ेगा।’